स्कूल इंग्लिश मीडियम, विषय पढ़ा रहे ¨हदी में
जागरण संवाददाता, बदायूं : परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को कान्वेंट विद्यालयों की तर्ज पर अंग्रेज
जागरण संवाददाता, बदायूं : परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को कान्वेंट विद्यालयों की तर्ज पर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने की शासन की मंशा शुरूआत में ही फेल होती नजर आ रही है। छात्र-छात्राओं के प्रवेश की प्रक्रिया तो शुरू हुई है, लेकिन जो पुराने छात्र-छात्राएं विद्यालय आ रहे हैं वह पुरानी किताबों से ही पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें ¨हदी माध्यम की किताबों से ही पढ़ाया जा रहा है। बताते हैं कि शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित करने के संबंधी निर्देश नहीं दिए गए हैं।
जिले के 80 परिषदीय विद्यालयों में अंग्रेजी में पढ़ाई कराई जाएगी। जिसमें अंग्रेजी विषय के विशेषज्ञ चार सौ शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन किया जा रहा है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में 128 की काउंस¨लग कराकर पदस्थापना लेटर दिया जाना है। इससे पहले ही बिना तैयारी के सत्र शुरू कर दिया गया। विद्यालयों को नहीं बताया गया कि किस प्रकार बच्चों को पढ़ाया जाएगा और किताबों का इंतजाम कैसे होगा। प्रधानाध्यापकों ने अपनी समझ से पुराने बच्चों की किताबें एकत्र करके पढ़ाना शुरू किया है। सूत्रों के अनुसार शुरुआती समय में बच्चों को ¨हदी में पढ़ाया गया तो बाद में उन्हें अंग्रेजी में पढ़ने में समस्या आ सकती है। नियमों को ताक पर रखकर हुआ विद्यालयों का चयन
अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने को चयनित हुए परिषदीय विद्यालयों के चयन में भी जिम्मेदार खेल कर गए। नेताओं के कहने पर नियमों को ताक पर रखा गया है। उन्होंने अपनी सुविधा के अनुसार विद्यालयों का चयन कराया है। विभाग की ओर से बनाई गई 80 विद्यालयों की सूची में 10 ऐसे विद्यालय हैं जहां नियमानुसार पंजीकरण सौ से भी कम है। विभागीय जिम्मेदारों का कहना है कि विद्यालय के भौतिक परिवेश को भी ध्यान में रखा, इसलिए कम पंजीकरण वाले विद्यालयों को भी सम्मलित किया गया। बातचीत
बच्चों को अंग्रेजी में पढ़ने का इंतजार फोटो 04 बीडीएन 16
सत्र शुरू होने के पहले ही दिन विद्यालय आए, बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन पुरानी किताबों से ही पढ़ाई कराई जा रही है। नई किताबें अच्छी लगती हैं।
- भावना फोटो 04 बीडीएन 17
घर वालों ने बताया कि इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई करने से बहुत अच्छी अंग्रेजी सीख जाएंगे, लेकिन विद्यालय में ¨हदी विषय ही पढ़ाया जा रहा है।
- रिचा फोटो 04 बीडीएन 18
पुराने छात्र-छात्राओं की किताबें एकत्रित करके पढ़ाई कराई जा रही है। विद्यालय में नया कुछ नजर नहीं आ रहा है। पता नहीं कब नई किताबें मिल सकेंगी।
- रूचि फोटो 04 बीडीएन 19
घर पर बताया कि हमारा स्कूल विशेष बन जाएगा, लेकिन यहां तो नया कुछ नजर ही नहीं आ रहा है। सबकुछ पुराना जैसा ही है, कुछ भी नहीं बदला।
- अनुराग