हर सप्ताह करें फ्रीज और कूलर के पानी की सफाई
गर्मी के साथ मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। मलेरिया और डेंगू का खतरा बढ़ गया है। डेंगू वाले मच्छर फ्रीज और कूलर के साफ पानी में पनपता है। इसलिए हर सप्ताह कूलर और फ्रीज की सफाई करते रहें। पानी को सुखाकर कुछ घंटों के बाद ही ताजा पानी भरें।
जेएनएन, बदायूं : गर्मी के साथ मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। मलेरिया और डेंगू का खतरा बढ़ गया है। डेंगू वाले मच्छर फ्रीज और कूलर के साफ पानी में पनपता है। इसलिए हर सप्ताह कूलर और फ्रीज की सफाई करते रहें। पानी को सुखाकर कुछ घंटों के बाद ही ताजा पानी भरें। जागरण प्रश्न पहर में यह सुझाव जिला मलेरिया निरीक्षक तनवीर सिंह ने लोगों के सवालों के जवाब देते हुए दिए। उन्होंने बताया कि जांच में मलेरिया की पुष्टि होने पर पूरी खुराक का सेवन जरूर करना चाहिए। दवा खाने से पहले भरपेट भोजन भी जरूरी है। पूरी दवा न खाने पर दोबारा संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। सवाल : गांव में मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। फागिग भी नहीं कराई जा रही है।
- फूलमियां, गिधौल
जवाब : पंचायती राज विभाग की ओर से गांव में मच्छर का लार्वा नष्ट करने के लिए दवा का छिड़काव कराया जाता है। जल्द ही आपके गांव में भी फागिग होगी। सवाल : मलेरिया कितने तरह का होता है। कैसे इसकी पहचान हो सकती है।
- अरविद कुमार, सम्राट अशोक नगर
जवाब : मलेरिया दो तरह का होता है, पीवी और पीएफ। ठंड के साथ बुखार आए तो मलेरिया की संभावना अधिक रहती है। जांच से ही सही जानकारी मिलती है। सवाल : जांच में मलेरिया की पुष्टि होने पर कितने दिन दवा खानी पड़ती है। दवा छोड़ने का क्या नुकसान है।
- सुमित मिश्रा, सिविल लाइंस
जवाब : पीएफ टाइप मलेरिया होने पर तीन दिन और पीवी टाइप का मलेरिया होने पर 14 दिन की दवा खानी पड़ती है। बीच में दवा छोड़ने पर दोबारा संक्रमण का खतरा रहता है। सवाल : नगर पालिका से फागिग नहीं हो रही। मच्छरों से बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
- राजकुमार, लोची नगला
जवाब : घर के आसपास पानी जमा न होने दें। बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। शाम के वक्त पूरे कपड़े खुद पहनें और बच्चों को भी पहनाएं। सवाल : बुखार होने पर मलेरिया के साथ कोरोना भी आशंका रहती है। किसकी जांच करानी चाहिए।
- सोवरन सिंह, गंधरौली
जवाब : यह बात सही है। बुखार के मरीज को मलेरिया अथवा कोरोना या दोनों हो सकता है। कोरोना में गले में दिक्कत होती है। वहीं, मलेरिया में ठंड के साथ बुखार आता है। सवाल : डेंगू वाले मच्छर का अंडा क्या लंबे समय तक सक्रिय रहता है। - हर्षित सक्सेना, पटेलनगर
जवाब : कूलर या फ्रीज में अगर डेंगू वाले मच्छर का अंडा कहीं चिपका रह गया है तो सालभर तक सक्रिय रहता है। फिर से पानी भरने पर उसमें मच्छर निकल आते हैं।