डीएम ने कहा था जाओ मुफ्त इलाज होगा, हो गई वसूली
जिला अस्पताल में मरीजों से वसूली की शिकायतें गाहे-बगाहे अफसरों तक पहुंचती रही थीं।
बदायूं : जिला अस्पताल में मरीजों से वसूली की शिकायतें गाहे-बगाहे अफसरों तक पहुंचती रही थीं। इस बार हकीकत से खुद डीएम की मुठभेड़ हो गई। जिस बेसहारा फरियादी मरीज को इस भरोसे के साथ जिला अस्पताल भेजा था कि जाओ अच्छा और मुफ्त इलाज होगा, उसी से वसूली हो गई। एक्स-रे और प्लास्टर के लिए 267 रुपये ऐंठ लिए गए। शिकायत पर भड़के डीएम दिनेश कुमार सिंह दोपहर में ही अस्पताल पहुंच गए। प्रभारी सीएमएस डॉ. यूवी सिंह को तुरंत दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
शनिवार को कलेक्ट्रेट के पास नगर पालिका के कर्मचारियों को विनोद नाम का असहाय व्यक्ति सड़क पर मिला था। हाथ में फ्रैक्चर था। मानसिक रूप से भी अस्वस्थ लगा। कर्मचारी उसे डीएम के पास ले गए। उसकी हालत देखकर डीएम ने प्रभारी सीएमएस को मरीज का निश्शुल्क इलाज कराने निर्देश दिए। प्लास्टर के बाद बोले, निकालो 267 रुपये
पालिका के कर्मचारी उसे वाहन से अस्पताल ले गए। एक्स-रे हुआ। फिर प्लास्टर चढ़ा। प्लास्टर रूम में उससे सरकारी खर्च बताकर 267 रुपये मांगे गए। कर्मचारियों ने डीएम के निर्देश का हवाला दिया, फिर भी अस्पताल स्टाफ ने बिना रुपये लिए नहीं जाने दिया। रसीद भी नहीं दी। डीएम ने प्रभारी सीएमएस को अस्पताल बुलवाया
वही कर्मचारी विनोद को प्लास्टर के बाद फिर डीएम के पास ले गए और पूरी बात बताई। डीएम का पारा चढ़ गया। सीधे अस्पताल जा पहुंचे। ओपीडी बंद हो चुकी थी, फिर भी प्रभारी सीएमएस को भी बुलवा लिया। वसूली करने वाले स्टाफ या चिकित्सक से लेकर बाजार से दवाएं लिखने वाले डॉक्टरों को चिह्नित कर पूरी सूची तलब कर ली। वर्जन
अस्पताल में मैंने खुद उस मरीज को ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। अगर उसे सीधे मेरे पास लाया जाता तो प्लास्टर निश्शुल्क करा देते। सीएमएस को प्रकरण की जानकारी दी है। उनके आने पर जांच कराकर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. यूवी ¨सह, प्रभारी सीएमएस