रोस्टर दरकिनार, डीएम-एसएसी ने बंद कराई दुकानें
जेएनएन बदायूं अनलॉक-वन लागू होते ही तमाम दुकानदारों ने रोस्टर को दरकिनार कर दिया। बि
जेएनएन, बदायूं : अनलॉक-वन लागू होते ही तमाम दुकानदारों ने रोस्टर को दरकिनार कर दिया। बिना रोस्टर ही दुकानें खोल लीं। मास्क और शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं किया।
डीएम कुमार प्रशांत और एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने बाजार का भ्रमण किया तो रोस्टर के विपरीत दुकानें खुली देख खासे नाराज हुए। उन्होंने कई दुकानें बंद कराई और दुकानदारों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। शहर में बाइक और ई-रिक्शा भी चलते दिखाई दिए। कपड़ों और चश्मों की दुकानों पर भीड़ अधिक दिखाई पड़ी।
जिला प्रशासन के तय रोस्टर के अनुरूप मंगलवार को कपड़ों का बाजार, रेडीमेड कपड़े, कास्मेटिक, जूता-चप्पल की दुकानें खोली जानी थी। इनके अलावा नियमित खुलने वाली किराना, प्रोविजनल स्टोर, मेडिकल स्टोर, कृषि से जुड़ी दुकानें भी खुली रहीं। रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो जाने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी बाजार खरीदारी करते हुए दिखाई दिए। लॉकडाउन के चौथे चरण में जब बाजार खुलने शुरू हुए थे तब भीड़ ज्यादा दिख रही थी, लेकिन अब कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम दिखाई पड़ी। चश्मों की दुकानों पर जरूर ग्राहकों की भीड़ ज्यादा रही। वजह गर्मी शुरू हो चुकी है, इसलिए धूप के चश्मों की मांग बढ़ गई है। अभी तक दुकानों के खुलने का समय सुबह नौ बजे से अपराह्न दो बजे से था, लेकिन नए रोस्टर के मुताबिक मंगलवार से दुकानें खोलने का समय शाम छह बजे तक हो जाने से ग्राहक भी किसी हड़बड़ी में नहीं दिखे। जो सुबह नहीं निकल सके थे, वह शाम को बाजार पहुंचे और खरीदारी की। दुकानदारों का कहना है कि इस समय जरूरी होने पर ही लोग खरीददारी करने आ रहे हैं। सीमित खरीदारी ही की जा रही है। इसके पीछे वजह यह भी है कि लॉकडाउन में लोगों को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है। डीएम और एसएसपी जब बाजार में निकले तो रोस्टर के विपरीत खुलीं दुकानें बंद कराईं। बाजार में तैनात पुलिस को निर्देश दिए कि बाजार में किसी प्रकार की भीड़ न लगने दें। दुकानों के साथ-साथ सड़कों पर शारीरिक दूरी का पालन कराया जाए। मास्क न लगाए व्यक्तियों को चिह्नित कर उनका चालान किया जाए। दोपहिया वाहनों पर सिर्फ चालक ही होना चाहिए, दूसरा व्यक्ति होने पर चालान किया जाए। इसी प्रकार चार पहिया वाहनों में दो-तीन व्यक्तियों से ज्यादा लोग सवार नहीं होने चाहिए। किसी दुकान के भीतर पांच से अधिक लोग नहीं होने चाहिए। दुकान में गेट पर सैनिटाइजर रखा होना चाहिए, ग्राहक के प्रवेश करने पर दुकानदार सुनिश्चित कर लें कि ग्राहक ने मास्क लगाया हुआ है या नहीं उनके हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही उनको दुकान में प्रवेश करने दें। कैश के स्थान पर डिजीटल पेमेंट को ही बढ़ावा दिए जाने को कहा।