बदायूं में परिसीमन के बाद होगा जिला पंचायत चुनाव
इस सीट पर वर्षों से सपा का कब्जा रहा है। अब चुनावी मैदान में यह सीट हासिल करना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है।
बदायूं, जेएनएन: जिला पंचायत चुनाव इस बार परिसीमन के बाद कराया जाएगा। दहगवां नगर पंचायत बन जाने से आसपास के कई गांव इसमें शामिल हो गए हैं। इसलिए आसपास की जिला पंचायत सदस्य सीट भी प्रभावित हुई हैं। इसलिए नए सिरे से परिसीमन कराने के बाद ही चुनाव कराया जाएगा। भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव पास कराकर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी सपा से छीनी थी, लेकिन कुछ ही दिनों के बाद कोरोना महामारी फैल गई और देखते ही देखते फिर चुनाव का वक्त आ गया। इस सीट पर वर्षों से सपा का कब्जा रहा है। अब चुनावी मैदान में यह सीट हासिल करना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सपा की चेतना सिंह दस साल तक काबिज रही थीं। उसके बाद यह सीट अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित हो जाने के कारण सपा के पूर्व विधायक आशुतोष मौर्य अपनी बहन मधु चंद्रा को जिताकर इस कुर्सी पर बैठाने में कामयाब हो गए थे। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की जुगत भिड़ाई जाने लगी थी, लेकिन अंदरखाने भाजपा के ही कुछ नेता समर्थन करते रहे, जिसकी वजह से अविश्वास प्रस्ताव पास कराने में भाजपा को दो साल का समय लग गया। ज्योति कांड में फंसने के बाद राजनीति से दूर हुए पूर्व विधायक योगेंद्र सागर ने पूरी ताकत झोंकने के बाद पार्टी हाईकमान तक बात पहुंचाई तब जाकर अविश्वास प्रस्ताव पास हो सका और उनकी पत्नी प्रीति सागर को यह कुर्सी मिल सकी। अब परिसीमन और आरक्षण पर निगाहें लगी हुई हैं। जिला पंचायत सदस्य की 51 सीटें हैं। सिर्फ दहगवां ब्लाक क्षेत्र में ही परिसीमन होना है, पंचायती राज विभाग ने इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। क्या कहते हैं अधिकारी
दहगवां नगर पंचायत बन चुकी है, इसमें आसपास के कई गांव भी शामिल हो गए हैं। इसलिए जिला पंचायत सदस्य सीट और क्षेत्र पंचायत सदस्य सीटों के लिए नए सिरे से परिसीमन कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को भेजी जाएगी।
- कुमार प्रशांत, जिलाधिकारी