अस्पताल में अव्यवस्थाएं, मरीज बेहाल
पूरे जिले में जानलेवा बुखार ने ऐसा तांडव मचा रखा है कि काबू में नहीं आ रहा है।
बदायूं : पूरे जिले में जानलेवा बुखार ने ऐसा तांडव मचा रखा है कि काबू में नहीं आ रहा है। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बुखार की गूंज पहुंची हुई है। इसके बावजूद जिला अस्पताल में अव्यवस्थाएं हावी हैं। आलम यह है कि हर वार्ड में मरीज भरे पड़े हैं लेकिन उन्हें सुविधाएं देने के नाम पर कागजी कोरम पूरा हो रहा है। वो भी उन हालात में जब जिले के मुखिया डीएम दिनेश कुमार ¨सह समेत सांसद धर्मेंद्र यादव और सदर विधायक महेश गुप्ता जब-तब अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों को सहूलियत देने का आदेश दे रहे हैं।
जिले में शायद ही कोई ऐसा घर होगा, जहां कोई न कोई सदस्य बुखार की चपेट में न आया हो। जहां बुखार से मौतों का आंकड़ा दो सौ को पार कर चुका है। वहीं 234 बेड का जिला अस्पताल भी मरीजों से भरा पड़ा है। 50 अलग बेड भी डाले गए हैं लेकिन फिर भी मरीजों की आवक कम नहीं हो रही। ऐसे में अब बेंच पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वहीं जिक्र अगर अव्यवस्थाओं का करें तो यहां ओपीडी के वक्त डॉ. ड्यूटी करने से कतराते हैं। केबिन खुला रहता है और मरीज उनका इंतजार करते रहते हैं। वहीं इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों को चादर तक मयस्सर नहीं होती। जगह-जगह गंदगी पड़ी रहती है। मरीज कराहते रहते हैं और स्टाफ उनकी सुध तभी लेता है, जब नौबत हंगामे की बनती है।
पंखे भी नहीं चलते
बुखार से तपते मरीजों के लिए लगभग रोजाना ही अधिकारी देखने आते हैं और पंखा व एलईडी बल्व सुचारू रखने को कहते हैं लेकिन अस्पताल प्रशासन एक कान सुनकर दूसरे कान पूरे निर्देशों को निकाल देता है। नतीजतन हालात जस के तस रहते हैं। गर्मी से बचने के लिए तीमारदार मरीजों की हाथ से हवा करते हैं।