मलेरिया रोकने को फिर शुरू होगा दस्तक अभियान
- कोरोना संक्रमण के चलते कुछ दिन ही चल पाया था अभियान - घर-घर पहुंचेगी आशा संक्रमण स
- कोरोना संक्रमण के चलते कुछ दिन ही चल पाया था अभियान
- घर-घर पहुंचेगी आशा, संक्रमण से बचाव के लिए बताएंगी तौर-तरीके
जागरण संवाददाता, बदायूं : कोरोना संक्रमण के बीच मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसे रोकने के लिए कुछ माह पहले स्वास्थ्य विभाग ने दस्तक अभियान शुरू किया था, लेकिन कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू होने पर दस्तक अभियान को बंद करना पड़ा। अब जुलाई से फिर अभियान शुरू होने की उम्मीद है। आशा वर्कर घर-घर जाकर लोगों को कोरोना के साथ ही मलेरिया से भी बचाव के लिए जागरूक करेंगी।
जिले के सालारपुर, जगत, दातागंज, म्याऊं, समरेर और वजीरगंज ब्लॉक के गांव मलेरिया के लिहाज से संवेदनशील रहे हैं। पिछले दो वर्षों में सैकड़ों लोग बीमार हुए थे, दर्जनों लोगों की मौत भी हुई थी। यह बात अलग है कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में उन्हें सामान्य मौत मानकर दर्ज किया गया। इस बार मलेरिया के प्रकोप पर नियंत्रण के लिए पहले से ही तैयारी शुरू की गई थी। मलेरिया प्रभावित गांवों में आशा घर-घर जाकर हैंडवाश का तरीका समझा रही थीं, परिवार में बुखार पीड़ितों की जानकारी लेकर उन्हें अस्पताल भिजवा रही थीं और मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के उपाय समझा रही थीं। अभी अभियान की शुरूआत हुई थी कि कोरोना का प्रकोप शुरू हो गया और दस्तक अभियान बीच में ही बंद हो गया। मलेरिया बचाव की स्वास्थ्य विभाग की तैयारी धरी रह गई और मलेरिया का प्रकोप शुरू हो गया। जगत, सालारपुर और बिनावर क्षेत्र के दर्जनभर गांव मलेरिया की चपेट में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अब दस्तक अभियान को दोबारा शुरू करने की तैयारी की है। अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. राकेश कुमार दुबे का कहना है कि कोरोना के कारण मलेरिया से बचाव के लिए चल रहे अभियान में अपेक्षित काम नहीं हो सका और बीच में ही अभियान बंद हो गया। अब दोबारा यह अभियान शुरू किया जाएगा।