दहगवां को नगर पंचायत का दर्जा मिलते ही कस्बे में जश्न
ग्राम पंचायत दहगवां को नगर पंचायत का दर्जा मिलने की जानकारी होते ही गांव के लोग झूमने लगे।
दहगवां : ग्राम पंचायत दहगवां को नगर पंचायत का दर्जा मिलने की जानकारी होते ही गांव के लोग झूम उठे। छोटे से कस्बे को नगर पंचायत का ओहदा दिलाने वाले सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता के आवास पर गांव के लोग पहुंचे और मिष्ठान वितरण किया। सहसवान विधानसभा क्षेत्र में आने वाला गांव दहगवां हमेशा से ही व्यापार और राजनीति का गढ़ रहा है। सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता का वह मूल गांव है इसलिए विधायक ने इस गांव को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की कवायद शुरू की थी। उनके प्रस्ताव पर नगर विकास मंत्रालय ने गांव को नगर पंचायत का दर्जा दिया। सोमवार की देर रात जब नगर विकास मंत्रालय ने पत्र जारी कर इसकी सूचना दी तो विधायक परिवार के साथ-साथ गांव वाले भी झूम उठे। मंगलवार की सुबह से ही विधायक के पैतृक आवास पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। राजनीति का गढ़ रहा है दहगवां
बीहड़ में बसा गांव दहगवां राजनीति का गढ़ रहा है। यहां से उल्फत ¨सह एक बार निर्दलीय तो दूसरी बाहर जनसंघ से विधायक रहे। इनके बाद सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता के परिवार ने राजनीति की कमान संभाल ली। उनके ताऊ अशर्फीलाल वैश्य सहसवान से विधायक बने तो सदर विधायक की पत्नी विमलेश कुमारी दस साल तक प्रधान रहीं। इसके बाद उनकी भाभी मीना कुमारी और भतीजे इंजीनियर मयंक गुप्ता प्रधान रहे। विधायक के भतीजे सुभाष गुप्ता और पुत्रवधु नीलम गुप्ता भी यहां से ब्लॉक प्रमुख रहीं। सदर विधायक भी दूसरी बार विधायक बने हैं।