सीएए के समर्थन में भाजयुमो ने बनाई मानव श्रृंखला
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को कानून के प्रति जागरूक किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि विरोधी पार्टियों के लोग कानून के नाम पर समाज को गुमराह कर रहे हैं इसलिए किसी के बहकावे में न आएं।
जागरण संवाददाता, बदायूं : नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को कानून के प्रति जागरूक किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि विरोधी पार्टियों के लोग कानून के नाम पर समाज को गुमराह कर रहे हैं, इसलिए किसी के बहकावे में न आएं। राष्ट्रीय एवं प्रांतीय आह्वान पर मानव श्रृंखला बनाने के लिए तिरंगा लेकर सुबह से ही कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर एकत्रित होने लगे। दोपहर में पुलिस लाइंस चौराहे से इंदिरा चौक व गांधी ग्राउंड तक मानव श्रृंखला बनाई गई। मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारतीय ने कहा कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए नागरिकता संशोधन कानून अत्यधिक जरूरी था। इस कानून से किसी की नागरिकता ली नहीं जाएगी, बल्कि नागरिकता प्रदान की जाएगी। विपक्षी आम लोगों के बीच गलत फहमी फैला रहे हैं उसे दूर करने के लिए यह आयोजन किया गया है। भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनुज माहेश्वरी ने कहा कि सीएए के मुद्दे पर विपक्षी दल सड़क पर समाज को तोड़ने के लिए आ रहे हैं जबकि भाजयुमो ने समाज को जोड़ने के लिए मानव श्रृंखला का आयोजन किया। इस मौके पर नगर पालिका की चेयरमैन दीपमाला गोयल, पार्टी के जिला महामंत्री शारदेंदु पाठक, राणा प्रताप सिंह, डीसीबी चेयरमैन उमेश राठौर, डीसीडएफ के चेयरमैन रवेंद्र पाल सिंह, युवा नेता विश्वजीत गुप्ता, मनोज मसीह समेत भाजयुमो के सभी मंडल अध्यक्ष, बूथ स्तर के कार्यकर्ता मौजूद रहे। शहर में रही जाम की स्थिति
भाजयुमो के मानव श्रृंखला कार्यक्रम की वजह से शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति रही। आयोजन तो दोपहर में हुआ, लेकिन सुबह से ही वहां पुलिस तैनात हो गई थी। पुलिस लाइंस चौराहा, इंदिरा चौक से लेकर गांधी ग्राउंड वाले रोड पर वाहनों की आवाजाही पहले से ही बंद कर दी गई थी। बरेली-आगरा हाईवे पर भी शहर में आवागमन बंद किया गया था। गलियों से होकर लोगों को निकलना पड़ा। नवादा से लेकर दातागंज तिराहा, इंदिरा चौक, पुलिस लाइंस चौराहा, कलेक्ट्रेट और लालपुल चौराहे तक जाम की स्थिति रही। यातायात व्यवस्था सुचारू कराने के पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।