आठ गायों की मौत से भड़के ग्रामीण
बदायूं ब्लाक के रिजोला गांव में बनी अस्थाई गौशाला में आठ गोवंश की मौत और उनके शवों को देखकर ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।
बदायूं: ब्लाक के रिजोला गांव में बनी अस्थाई गौशाला में आठ गोवंश की मौत और उनके शवों को बंद पड़े ईंट भट्टे में फेंके जाने से आक्रोशित गांव वालों ने वहां कई घंटे प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे प्रधान की गाड़ी घेर ली। पुलिस से भी भीड़ की तीखी झड़प हुई। ग्रामीण डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े थे। हालांकि बाद में एसडीएम दातागंज कुंवर बहादुर सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर गोवंश का पोस्टमार्टम कराया गया। जिम्मेदारों का कहना है कि केवल एक गाय गोशाला की है, जबकि सात गायें आसपास के गांव वालों की ही हैं। शाम पांच बजे मामला किसी तरह सुलट गया।
रिजोला में ग्राम पंचायत की जमीन पर एक अस्थाई गौशाला पिछले दिनों बनवाई गई थी। उस वक्त इलाके में घूमने वाली 73 गाय रखने की व्यवस्था की गई थी। इनकी देखरेख को एक व्यक्ति भी लगाया गया था। जबकि एक माह से देखरेख व चारे के अभाव में गायों की मौत होने लगी। आठ गायों की मौत होने के बाद उन्हें पुराने ईंट भट्टे में डाल दिया गया। भूख से गायों की मौत की जानकारी मिलने पर गांव के तमाम लोग एकत्र होकर गौशाला पहुंचे और वहां के हालात देख प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले की जानकारी पर ग्राम प्रधान पति यादवेंद्र शाक्य अपनी बोलेरो गाड़ी से वहां पहुंचे तो हंगामा कर रहे गांव वालों ने गाड़ी चारों ओर से घेर ली और नारेबाजी करने लगे। गाड़ी के शीशे भी थपथपाए गए। प्रधानपति ने खुद को गाड़ी में ही बंद रखते हुए पुलिस को जानकारी दी। कुछ देर बाद एसआइ कामेश कुमार सिंह भी पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे और तीखी झड़प के बाद प्रधानपति को वहां से निकाला। सचिव दिनेश कुमार सिंह ने समझाना चाहा लेकिन भीड़ की उनसे भी जमकर कहासुनी हो गई। गांव वाले हर कीमत पर डीएम को वहां बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। मामले की जानकारी पर एसडीएम कुंवर बहादुर सिंह, बीडीओ वीपी सिंह, सीबीओ डॉ. एके जादौन समेत उसहैत इंस्पेक्टर भी आ गए। सभी गायों का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं काफी देर वार्ता के बाद एसडीएम के जल्द गायों के चारा-पानी की व्यवस्था के आश्वासन पर गांव वाले शाम पांच बजे मान गए। मौके पर जाकर गांव वालों से वार्ता की। पूरे प्रकरण की जांच की है। एक मृत गाय गौशाला की है, जबकि बाकी की गायें अन्य ग्रामीणों की हैं। सभी गोवंश को यहां बनी नई स्थाई गौशाला में शिफ्ट कर दिया गया है। उनकी अच्छी देखरेख की जाएगी।
कुंवर बहादुर सिंह, एसडीएम दातागंज