अदालत ने डीएम-एसएसपी के खिलाफ शासन को लिखा पत्र
अदालत ने डीएम और एसएसपी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के लिए शासन को लिखा है।
बदायूं : जिले में एक व्यक्ति को फर्जी चार्जशीट बनाकर उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी गई। आरोपित को जेल भी भेज दिया गया। मामला अदालत में पहुंचा तो पूरा प्रकरण सामने आया। अदालत ने जिला मजिस्ट्रेट और एसएसपी को नोटिस जारी किया तो दोनों अधिकारियों ने स्वीकार किया कि चूक हुई है। एडीजे पंचम, स्पेशल जज गैंगस्टर एक्ट ने इस मामले में डीएम व एसएसपी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव गृह को पत्र लिखा है।
मामला कोतवाली दातागंज इलाके के गांव धीमरपुरा का है। यहां रहने वाले नन्हें नाम के व्यक्ति के खिलाफ पिछले दिनों पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। आरोपित को जेल भी भेजा गया था। उसकी जमानत के लिए स्पेशल जज गैंगस्टर की अदालत में अर्जी दी गई। साथ ही गैंगचार्ट पर सवाल भी उठाया गया। अदालत ने पुलिस से आख्या मांगी तो पता लगा कि जो दो मुकदमे आरोपित पर दिखाए गए हैं, उनमें एक मुकदमे में वह नामजद ही नहीं था। इस पर कोर्ट ने 11 मार्च को डीएम व एसएसपी को नोटिस देकर जवाब मांगा। डीएम ने नोटिस के जवाब में भूलवश कार्रवाई की बात कही। जबकि एसएसपी ने भी भूलवश कार्रवाई होने के साथ ही प्रकरण की जांच एसपी सिटी से कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का तर्क दिया। पंचम अपर सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायाधीश उप्र गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रिया निवारण अधिनियम डीआरपी सिंह ने इस प्रकरण की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए प्रमुख सचिव को पत्र भेजा है। एक प्रति डीजीपी को भी भेजी गई है।