आकांक्षा ने बनाई रस्सी से गुड़िया, रानी व श्वेता ने बताया ग्लोबल वार्मिंग
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दो दिवसीय युवा महोत्सव का समापन हुआ। विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई गई। छात्र-छात्राओं ने अनुपयोग चीजों से उपयोगी चीजें बनाई
जागरण संवाददाता, बदायूं : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दो दिवसीय युवा महोत्सव का समापन हुआ। विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई गई। छात्र-छात्राओं ने अनुपयोग चीजों से उपयोगी चीजें बनाई कार्ड मेकिग में छाया व साक्षी मिश्र ने संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया। आकांक्षा गुप्ता व श्वेता सिंह को दूसरा और रानी गुप्ता व नरगिस खान को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में हरिमोहन सिंह पटेल विजेता बने। सिद्धि मिश्रा व फरदीन खान को संयुक्त रुप से दूसरा नंबर मिला। स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता में शीतल राठौर को पहला, निशा खान को दूसरा, रानी गुप्ता व श्वेता सिंह को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। क्रॉफ्ट मेकिग में रस्सी से गुड़िया बनाकर प्रदर्शित करने वाली आकांक्षा गुप्ता को पहला, नेहा खान व बेहतरीन तबला बनाने वाली निहारिका द्विवेदी को दूसरा और शिवांगी सक्सेना, साक्षी मिश्रा, रानी गुप्ता को तीसरा स्थान हासिल हुआ। खेल के चित्र में वैश्विक स्तर पर भारत का बढ़ता प्रभाव विषय पर हुई भाषण प्रतियोगिता में रानी गुप्ता पहले, श्वेता सिंह व शीतल राठौर को दूसरा, अर्जुन तोमर व निशा खान तीसरे स्थान पर रहे। वेस्ट मटेरियल प्रतियोगिता में शिवानी शर्मा पहले, निक्की व निहारिका दूसरे, शीतल राठौर व शिवांगी तीसरे स्थान पर रहे। डॉ. बबिता यादव, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. श्रद्धा गुप्ता, डॉ. संजीव राठौर, डॉ. पीके शर्मा, डॉ. नीरज कुमार निर्णायक रहे। प्राचार्य डॉ. परवेज शमीम, संजीव शाक्य, विजेंद्र सिंह, अभिषेक यादव, राजेश सिंह, डॉ. अंशु सत्यार्थी, डॉ. राकेश कुमार जायसवाल आदि मौजूद रहे। इंसेट..
स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प
एनएसएस की ओर से गिदो देवी महिला महाविद्यालय में भी युवा महोत्सव का समापन हुआ। प्राचार्य डॉ. गार्गी बुलबुल व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सरला चक्रवर्ती ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युग प्रवर्तक व युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत हैं। उन्होंने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया। इस दौरान रंगोली प्रतियोगिता भी कराई गई। डॉ. सुमन सिंह, डॉ. इंदु शर्मा, डॉ. शुभ्रा माहेश्वरी, डॉ निशि अवस्थी मौजूद रहीं। गुंजन, पूजा, ज्योति, किरन देवी, ज्योति साहू, दीक्षा, गुड़िया आदि स्वयंसेवकों का सहयोग रहा।