बंद कमरे में मां-बेटे की जलकर मौत
दातागंज : कस्बे के मुहल्ला बादामनगर में संदिग्ध परिस्थितियों में बंद कमरे में आग लगने से 22 वर्षीय म
दातागंज : कस्बे के मुहल्ला बादामनगर में संदिग्ध परिस्थितियों में बंद कमरे में आग लगने से 22 वर्षीय महिला और उसके दो साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई। हृदय विदारक घटना की जानकारी होते ही आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े। पुलिस ने तहकीकात शुरू की। मृतका की मां ने दामाद समेत छह लोगों पर दहेज की खातिर बेटी व उसके बच्चे को जलाकर मार डालने का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस प्रथमदृष्टया मामला खुदकशी का मान रही है।
घटना शुक्रवार की देर रात करीब दो बजे हुई। इसी वक्त मुहल्ला बादामनगर निवासी सौरभ गुप्ता के घर से चीख-पुकार की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। घर में जाकर देखा गया तो परिवार वाले कमरे का दरवाजा तोड़ रहे थे। पूछने पर बताया कि कमरे के अंदर आग की चपेट में सौरभ की 22 वर्षीय पत्नी काजल और दो साल का बेटा ऋषि आ गए हैं। इससे पहले लोग कमरे का दरवाजा तोड़ पाते कि आग की लपटें कमरे से बाहर निकलने लगीं। लोग जब तक दरवाजा तोड़ पाए, तब तक काजल की गोद में मासूम जल चुका था। जबकि काजल गंभीर रूप से झुलसकर तड़प रही थी। कमरे के अंदर का दृश्य इतना खौफनाक था, जिसे देखकर सभी की चीख निकल पड़ी। आनन-फानन में परिवार वाले काजल को लेकर बरेली पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। काजल के साथ बच्चे की मौत की सूचना मिलने पर उसके मायके वाले दातागंज पहुंचे। काजल की मां संतोष पत्नी सुम्मेर निवासी गांव ग्योति धर्मपुर थाना अलापुर ने आरोप लगाया कि सौरभ और उसके परिवार वाले उससे एक लाख रुपये दहेज की मांग कर रहे थे। दहेज की मांग पूरी न होने पर वह काजल का उत्पीड़न करते थे। उसने तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि सौरभ समेत परिवार के सभी छह सदस्यों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर बेटी काजल व उसके बेटे की जलाकर हत्या कर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों शवों को पोस्टमार्टम को भेज दिया।
क्राइम सीन बयां कर रहा सुसाइड की कहानी
मासूम बेटे के साथ खुद आग से जलकर मरी काजल की मां दहेज हत्या का आरोप लगाकर पुख्ता दावा कर रही हैं, जबकि मौका-ए-वारदात पर हत्या होने जैसे कोई सबूत नहीं मिले हैं। पड़ोसियों की मानें तो आधी रात के बाद जब चीख-पुकार सुनी तो वह क्षणिक सौरभ के घर पहुंच गए थे। परिवार वाले दरवाजा तोड़ रहे थे। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर हत्या की गई होती तो दरवाजा अंदर से बंद क्यों होता। दहेज के लिए काजल की हत्या की जाती तो उसके बच्चे की क्यों कोई जान लेता। इससे क्राइम सीन काजल के आत्मघाती कदम उठाने की ओर इशारा कर रहा है। तो पति से विवाद होने पर आत्मघाती कदम उठाया
काजल की मां दहेज हत्या का आरोप लगा रही हैं, ससुराल वालों की मानें तो काजल से सौरभ का विवाद हुआ था। इसी चलते वह शाम से वह कुछ करने को धमका रही थी। शुक्रवार की रात सभी ने खाना खाया। उसके बाद अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। केरोसिन छिड़ककर लगाई थी आग
- ससुरालियों का कहना है कि जब सब सो रहे थे, तभी काजल खाली कमरे में मिट्टी का तेल लेकर पहुंची और कमरे को अंदर से बंद कर बच्चे को गोद में बैठाकर खुद को आग के हवाले कर लिया। फिलहाल पुलिस भी प्रथमदृष्टया खुदकशी करने की बात को ही बल दे रही है।
वर्जन .
परिवार वाले सिलेंडर फटने से आग लगने की बात कह रहे थे, जबकि आग केरोसिन तेल से लगी थी। प्रथम दृष्टया मामला खुदकशी का ही लग रहा है। सभी ¨बदुओं पर जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- इंद्रेश कुमार, प्रभारी कोतवाल दातागंज