गीता जयंती मनाई गई
कोटरा बाबा गुरुकुल आश्रम में श्रीमद् गीता जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया।
वजीरगंज : कोटरा बाबा गुरुकुल आश्रम में श्रीमद् गीता जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया। किड्जी प्ले स्कूल के बच्चों ने आचार्य शशिकांत से दीक्षा लेते हुए गीता के महत्व को भी जाना। गुरुकुल के छात्रों व आचार्य ने गुरुकुल परिसर में पौधरोपण भी किया गया।
गुरुकुल में आचार्य शशिकांत ने गीता के श्लोकों की व्याख्या कर कलयुग में भी उसके महत्व व प्रभाव पर चर्चा की। कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुआ यह संवाद ही श्रीमद् गीता है। उपदेश के दौरान ही भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को अपना विराट रूप दिखलाकर जीवन की वास्तविकता से उनका साक्षात्कार कराया। तब से अब तक गीता के इस उपदेश की सार्थकता बनी हुई है। स्वामी मधुसूदन वैध बाबा ने भी श्रीमद गीता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से हमारी लुप्त हो रही संस्कृति को बचाया जा सकता है। पांच ¨बदुओं में पूरे गीता का सार बताया। पहला श्रीमद्भागवत गीता ¨हदुओं का पवित्र ग्रंथ है। दूसरा यह विश्व का इकलौता ऐसा ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है। तीसरा गीता मनुष्य का परिचय जीवन की वास्तविकता से कराकर बिना स्वार्थ कर्म करने के लिए प्रेरित करती है। चौथा श्रीमद गीता अज्ञान, दुख, मोह, क्रोध, काम और लोभ जैसी सांसारिक चीजों से मुक्ति का मार्ग बताती है, और पांचवा गीता के अध्ययन, श्रवण, मनन-¨चतन से जीवन में श्रेष्ठता का भाव आता है। इस अवसर पर विष्णुदास महाराज, क्रांतिकारी शिवओम शास्त्री, भूपशरण शर्मा, अनिल पराशारी, दीपेश वाष्र्णेय, शिवम मिश्रा, राजेश शर्मा, गौरव वाष्र्णेय, सत्यपाल, जय कुमार शर्मा, प्रबंधक देवेश शंखधार मौजूद रहे।