Budaun: सरकारी आवास खाली करने को लेकर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा, प्रशासन ने लगाया ताला; फिर आया एक कॉल...
Budaun News सरकारी आवास खाली कराने को लेकर सोमवार को हाईवोल्टेज ड्रामा हो गया। पूर्व के दो अधिकारियों एक पूर्व एपीओ और बर्खास्त कर्मचारी के आवास पर प्रशासन ने ताला लगवाया। बात फैली तो खलबली मच गई देर शाम डीएम के आदेश पर ताला खोलवा दिया गया।
जागरण संवाददाता, बदायूं : सरकारी आवास खाली कराने को लेकर सोमवार को हाईवोल्टेज ड्रामा हो गया। पूर्व के दो अधिकारियों, एक पूर्व एपीओ और बर्खास्त कर्मचारी के आवास पर प्रशासन ने ताला लगवाया। इनमें जिले में लंबे समय तक एसडीएम रहे वर्तमान में जौनपुर में एडीएम पद पर पदोन्नत हुए लालबहादुर के बदायूं स्थित सरकारी आवास भी शामिल है, जिनमें उनकी पत्नी और बच्चे रह रहे हैं। गेट पर ताला लगने की बात फैली तो खलबली मच गई, देर शाम डीएम के आदेश पर ताला खोलवा दिया गया।
जिले में आए डीडीओ, कई डिप्टी कलेक्टर गेस्ट हाउस और होटल में रह रहे हैं, जबकि चार सरकारी आवासों पर पूर्व के अधिकारियों और बर्खास्त कर्मचारी ने कब्जा जमा रखा है। नोटिस देने के बाद भी आवास खाली नहीं करने पर प्रशासन ने चार लोगों के सरकारी आवासों के मुख्य गेट पर ताला डलवाया था, जिनमें पूर्व पीओ डूडा, एक पूर्व एपीओ और एक बर्खास्त कर्मचारी का आवास शामिल रहा।
एसडीएम लालबहादुर को आवंटित आवास बी-3 में उनकी पत्नी बेटी व बेटे के साथ रह रही थीं। 18 मई को एडीएम की पत्नी ने एडीएम वित्त को आवेदन देकर सरकारी आवास कुछ और समय देने को कहा था। सरकारी आवास के मुख्य गेट पर ताला डालने की जानकारी मिलने पर लालबहादुर जौनपुर से बदायूं को रवाना हो गए हैं।
वर्ष 2018 से जिले में तैनात रहे डिप्टी कलेक्टर जिले की सहसवान, बिल्सी, बदायूं, दातागंज तहसीलों में बतौर एसडीएम रहे लालबहादुर का तबादला अक्टूबर 2022 में डिप्टी कलक्टर जौनपुर जिले में हुआ था। यहां तैनाती के दौरान वे तीन माह पहले एडीएम के पद पर पदोन्नत हुए, लेकिन बेटी व बेटे की पढ़ाई के चलते उन्होंने बदायूं का आवास नहीं छोड़ा। कई बार प्रशासन की ओर से उन्हें बंगला छोड़ने को कहा गया। उनकी ओर से बच्चों की पढ़ाई का हवाला देते हुये समय मांगा गया।
वर्जन...
बेटी व बेटे के बोर्ड व स्नातक की पढ़ाई बदायूं चल रही थी, पेपर होने थे। इसलिये परिवार को बदायूं छोड़ दिया था। पेपर हो चुके थे, सामान पैक हो रहा था और ट्रक घर के बाहर खड़ा है, जब गेट पर ताला लगाने की जानकारी मिली है। वे जौनपुर से चल दिए हैं, अफसरों से मिलकर अपनी स्थित स्पष्ट करेंगे और परिवार व सामान लेकर चले जाएंगे।
- लालबहादुर, एडीएम जौनपुर
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डीडीओ समेत तीन डिप्टी कलेक्टर को सरकारी आवास नहीं मिल पा रहा है। वे लोग गेस्ट हाउस और होटल में रह रहे हैं। यहां एसडीएम रहे लालबहादुर का जौनपुर ट्रांसफर होने के बाद डेढ़ साल से उनका परिवार यहीं रह रहा है। पीडब्ल्यूडी ने ढाई लाख रुपये किराया बताया है जिसका भुगतान करने के लिए जिलाधिकारी जौनपुर को भी लिखा जा चुका है। दबाव बनाने के लिए आज कर्मचारियों ने चार आवासों में ताला लगाया था, इनके आवास में बच्चे रह रहे थे, शाम को ताला खोलवा दिया गया।
- राकेश कुमार पटेल, एडीएम वित्त बदायूं