मौसम बदला तो बढ़े सांस व निमोनिया के मरीज
बारिश खत्म होने के साथ ही मौसम अब बदल रहा है। सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंड और दिन में तेज धूप के कारण गर्मी होने लगी है।
फोटो - 8 बीडीएन - 2 व 3 - दिन में धूप और सुबह शाम की ठंड ने बिगाड़े हालात
- जिला अस्पताल में पहुंच रहे डेढ़ सौ से अधिक मरीज जागरण संवाददाता, बदायूं : बारिश खत्म होने के साथ ही मौसम अब बदल रहा है। सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंड और दिन में तेज धूप के कारण गर्मी होने लगी है। चढ़ते-उतरते इस मौसम में संक्रामक बीमारियां भले ही अंतिम पड़ाव पर हों लेकिन यह मौसम दमा के मरीजों को घातक साबित हो रहा है। सांस और निमोनिया के मरीज भी अस्पताल में आने लगे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि एहतियात बरतने पर लोग इस बीमारी से बच सकते हैं। अभी तक जिले में बुखार का प्रकोप फैला हुआ था। 40 से अधिक लोगों की बुखार के चपेट में आकर मौत हो चुकी है। इसमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल हैं। वहीं हजारों लोग इस बीमारी की चपेट में आए थे। मौजूदा वक्त में भी देहात इलाकों में सैकड़ों की संख्या में लोग बीमार हैं। हालांकि दिनोंदिन स्थिति काबू में आती जा रही है। जबकि मौसम के बदलाव ने अब सांस और निमोनिया के मरीज बढ़ा दिए हैं। जिला अस्पताल में रोजाना डेढ़ सौ से अधिक मरीज अब निमोनिया समेत सांस के आने लगे हैं। इस मौसम में मरीजों को घुटन समेत खांसी और जकड़न की शिकायत हो रही है। ऐसे करें बचाव
- लोगों को चाहिए कि इस मौसम में पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। दोपहर में गर्मी होने पर एकसाथ कपड़े न उतारें। बाहर से आकर एक साथ ठंडा पानी न पिएं। इसके साथ ही कोशिश करें कि रात को एसी में न सोएं। सुबह उठकर ताजी हवा में टहलें। भोजन में हरी सब्जियों का अधिक सेवन करें। वर्जन ::
सांस के मरीजों के लिए पर्याप्त दवाएं अस्पताल में मौजूद हैं। एलर्जी के कारण इन दिनों में सांस और जकड़न के मरीज बढ़ जाते हैं। कोशिश है कि मरीजों को बेहतर इलाज दिया जाए।
- डॉ. बीबी पुष्कर, सीएमएस जिला अस्पताल
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