..खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी
¨हदू जागरण मंच की ओर से नगर कार्यालय पर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई गई।
बदायूं : ¨हदू जागरण मंच की ओर से नगर कार्यालय पर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई गई। बुंदेलो हरबोलों के हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी, का उच्चारण भी किया गया।
वक्ताओं ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जन्म 19 नवंबर 1828 को काशी में हुआ था। माता-पिता ने उनका नाम मणिकर्णिका रखा।वीरता की निशानी और एक अछ्वुत पहचान रखने वाली झांसी की रानी ने अंग्रेजों को नाको चने चबवा दिए। अंग्रेजों ने एक कुटिल चाल चली और झांसी पर चढ़ाई कर दी। रानी ने भी ईंट का जवाब पत्थर से दिया और उन्हें वर्ष 1854 में अंग्रेजों को साफ कह दिया कि झांसी नहीं दूंगी। उनके जीवन का वृतांत सुनाकर उनके आदर्शो को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष युवा नितिन कामथाना, ¨हदू जागरण मंच के जिला उपाध्यक्ष अमृतांशु, जिलामंत्री मोहित सक्सेना के अलावा अंकित यादव, सोनू शर्मा, शशांक गुप्ता, गीतेश शर्मा, रचित सक्सेना, कुमारेश एडवोकेट, शिवा, शोभित सक्सेना, डॉ.अजय, हृदेश, र¨वद्र आदि रहे।