भोलेबाबा ने पार्वती संग लिए फेरे
शहर में सोमवार को आदिदेव भगवान शंकर की विवाह शोभायात्रा निकाली गई।
बदायूं : शहर में सोमवार को आदिदेव भगवान शंकर की विवाह शोभायात्रा निकाली गई। जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत हुआ। वहीं स्वचलित झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। शोभायात्रा शहर के मुख्यमार्गो से होती हुई रात को गांधीपार्क पहुंची। यहां देर रात शिव-पार्वती के विवाह का मंचन कार्यक्रम भी हुआ।
शहर के बिरुआवाड़ी मंदिर से शुरू हुई विवाह शोभायात्रा में सबसे आगे दो घोड़ों की बग्घी चल रही थी। जबकि इसके पीछे स्कूली बच्चे बैंड बजाते हुए चल रहे थे। वहीं इसके पीछे काली माता के अखाड़े में कलाकार अपनी कला का प्रर्दशन कर रहे थे। साथ ही राधा-कृष्ण की झांकी, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त श्री हनुमान जी की झांकी समेत विभिन्न देवी देवताओं की झांकियां चल रही थीं। एक रथ पर राजा हिमांचल विराजमान थे। जबकि भगवान भोलेनाथ भी अपने रथ पर थे। इसके आगे गणप्रेतों की फौज चल रही थी। शोभायात्रा कालीसड़क, मढ़ई चौक, शास्त्री चौक, बड़ा बाजार, गोपीचौक व लावेला चौक होते हुए गांधीग्राउंड पहुंचकर विसर्जित हुई। समाजसेवी संस्थाओं ने शीतल जल समेत खाद्य सामग्री भी बांटीं। पांच थानों की पुलिस मुस्तैद रही। रात को हुआ मंचन
बिहार के दरभंगा से आए कलाकारों ने शोभायात्रा के बाद रात को गांधी ग्राउंड में शिव-पार्वती के विवाह का मंचन किया। इसमें भगवान भोलेनाथ बरात लेकर जब पार्वती के घर पहुंचे तो उनके साथ मौजूद गणप्रेतों ने हजारों मन राशन खा लिया। राजा हिमांचल के महल के दरवाजे और खिड़कियां भी ये गणप्रेत खा गए लेकिन उनकी भूख शांत नहीं हुई। बाद में आदिदेव को जयमाला पहनाकर पार्वती ने उनके साथ फेरे लिए। इसके साथ नारद मोह का मंचन भी हुआ। इस दौरान श्रीरामलीला महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष अजीत कुमार, मंत्री अर¨वद कांत, रवि वैश्य, अमर वैश्य, मयूर वैश्य, मुनीश अग्रवाल, रवि यादव, राजी वैश्य व राजीव सक्सेना आदि मौजूद रहे। रामलीला में आज
रामलीला में मंगलवार को मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जन्म की लीला का मंचन किया जाएगा।