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मौसम :: फसलों पर बरसा अमृत, पौधों को भी मिली संजीवनी

जागरण संवाददाता बदायूं श्रावण मास के पहले दिन से ही आसमान में बादल छाए। मंगलवार को हुई बारिश से किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। धान की रोपाई में तेजी आई है। वन महोत्सव में जिलेभर में लगाए गए पौधों के लिए भी यह बारिश संजीवनी साबित हुई है। कहीं रिमझिम तो कहीं पर झमाझम बारिश से तापमान में भी गिरावट आई है जिससे मौसम खुशगवार हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 01:19 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 01:19 AM (IST)
मौसम :: फसलों पर बरसा अमृत, पौधों  को भी मिली संजीवनी
मौसम :: फसलों पर बरसा अमृत, पौधों को भी मिली संजीवनी

जागरण संवाददाता, बदायूं : श्रावण मास के पहले दिन से ही आसमान में बादल छाए। मंगलवार को हुई बारिश से किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। धान की रोपाई में तेजी आई है। वन महोत्सव में जिलेभर में लगाए गए पौधों के लिए भी यह बारिश संजीवनी साबित हुई है। कहीं रिमझिम तो कहीं पर झमाझम बारिश से तापमान में भी गिरावट आई है, जिससे मौसम खुशगवार हो गया है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बुधवार को भी आसमान में बादल छाये रहेंगे और बारिश होने की संभावना है।

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इनसेट ::

चौबीस घंटे में 10 मिमी हुई बरसात

जिले में पिछले चौबीस घंटे में 10 मिमी बरसात हुई है। पिछले 5 जुलाई को 76 मिमी बारिश हुई थी। इस साल जून से अब तक 57 मिमी बरसात हुई है। पिछली साल अब तक 51.25 मिली बरसात हुई है। अभी तक बरसात की स्थिति को देखते हुए पिछले वर्ष से अधिक बारिश की संभावना है।

इनसेट ::

धान संग मक्का व गन्ने को भी फायदा

यह बारिश धान की फसल के काफी मुफीद है। रोपाई के लिए तैयार धान की पौध की रोपाई में तेजी आ गई है। इसके साथ ही मक्का और गन्ने को भी फायदा हुआ है। गन्ने की फसल में तो अभी पानी नहीं लग रहा था, लेकिन मक्के की फसल की सिचाई करनी पड़ रही थी।

इनसेट ::

बारिश नहीं होने से मुश्किल होती रोपाई

धान की पौध तैयार थी। लेकिन बारिश न होने से रोपाई नहीं हो पा रही थी। बिजली पर्याप्त नहीं मिलने से सिंचाई में दिक्कत आ रही थी, क्योंकि डीजल का दाम 82 रुपये लीटर तक पहुंच गया है। चंगासी गांव के किसान सोनेलाल बताते हैं कि पंपसेट से खेत में पानी लगाने पर एक बीघा में दो से तीन लीटर डीजल की खपत होती है। बारिश होने से यह बचत हो जा रही है।

किसानों की बात :: फोटो 7 बीडीएन 11

बरसात से खेती को फायदा हुआ है। कोरोना में खेती का ही आसरा है। बारिश नहीं होती तो धान की रोपाई नहीं हो पाती।

- सोनलाल, चंगासी

फोटो 7 बीडीएन 12

बरसात सही समय पर हुई है। डीजल के दाम बढ़ने से चिंता हो गई थी। यदि पंपसेट से सिंचाई करनी पड़ी, तो लागत बढ़ जाएगी।

- अंकित राठौर, आमगांव फोटो 7 बीडीएन 13

बिजली पर्याप्त नहीं मिल रही है। डीजल के दाम भी बढ़ गए हैं। ऐसे में पंपसेट से सिंचाई करना मुश्किल हो रहा है। बारिश से राहत मिली है।

- राजू, शिकरापुर फोटो 7 बीडीएन 14

बरसात से नहीं हो रही थी तो चिता बढ़ती जा रही थी। लगने लगा था कि रोपाई ही नहीं हो पाएगी, लेकिन अब चिता मिट गई है। रोपाई शुरू हो चुकी है।

- बेबी, सिताबनगर वर्जन ::

बारिश से खेती को फायदा हुआ है। धान की रोपाई अब तेज हो गई है। अगले एक सप्ताह तक कभी हल्की तो कभी भारी बरसात होती रहेगी।

- विनोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी


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