थाने में सुनवाई नहीं हो रही थी सुनवाई, पीड़ित ने सीधे ADG से लगा दी गुहार- फिर मिला यह जवाब
एडीजी को शिकायती पत्र देकर कमल ने बताया कि वह अनुसूचित जाति का गरीब और कमजोर तबके का व्यक्ति है। गांव में वह अपने परिवार समेत रहता है। जीवन यापन करने के लिए मेहनत मजदूरी करता है। एक सप्ताह पहले वह समोसा पकौड़ी की दुकान से पकौड़ी लेने गया था। जहां गांव के एक दबंग व्यक्ति के बेटे ने उसे दुकान पर चढ़ते ही धक्का देकर नीचे खड़ा कर दिया।
संसू जागरण, मूसाझाग : थाना मूसाझाग क्षेत्र के गांव सराय पिपरिया निवासी अनुसूचित जाति के कमल के साथ दबंगों ने मारपीट की थी। इसके बाद से वह कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर लगाता रहा। एसएसपी के यहां भी गया। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद सोमवार को वह बरेली पहुंचा। जहां एडीजी पीसी मीणा से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
एडीजी को शिकायती पत्र देकर कमल ने बताया कि वह अनुसूचित जाति का गरीब और कमजोर तबके का व्यक्ति है। गांव में वह अपने परिवार समेत रहता है। जीवन यापन करने के लिए मेहनत मजदूरी करता है। आरोप लगाया कि एक सप्ताह पहले वह समोसा पकौड़ी की दुकान से पकौड़ी लेने गया था। जहां गांव के एक दबंग व्यक्ति के बेटे ने उसे दुकान पर चढ़ते ही धक्का देकर नीचे खड़ा कर दिया। कहा कि दूर खड़े होकर सामान लिया करो।
आरोप लगाया कि सौ रुपये देकर 25 रुपये की पकौड़ी ली। बाकी रुपये वापस मांगे तो दबंग और दुकानदार ने मिलकर उसे गाली देना शुरू कर दिया। जाति सूचक शब्द भी बोले। विरोध करने पर लात घूसों से पीट पीट कर मरणासन्न कर दिया।
वह किसी तरह अपनी जान बचाकर भागा और थाने पहुंचा। लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद वह सीओ और एसपी से भी मिला। अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद वह सोमवार को एडीजी से मिला। जहां उसे कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। उसने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं होती तो वह परिवार समेत गांव से पलायन कर जाएगा।
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