रिटायर्ड शिक्षक के घर में आठ लाख की डकैती
रिटायर्ड शिक्षक के घर गुरुवार रात हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोल दिया।
बदायूं : रिटायर्ड शिक्षक के घर गुरुवार रात हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोल दिया। डकैती के इरादे से घुसे छह बदमाशों ने करीब आठ लाख रुपये का माल लूट लिया। विरोध करने पर गृह स्वामी के बेटे के सिर में सरिया से घातक वार कर दिए। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बरेली के निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। ऐसे में परिवार वाले शुक्रवार शाम तक मामले की तहरीर नहीं दे सके थे। वहीं पुलिस घटना चोरी की बता रही है। घटना थाना मुजरिया इलाके के गांव मटुकुली में हुई। यहां रहने वाले सिपट्टर ¨सह सहायक अध्यापक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। गुरुवार रात सिपट्टर और उनकी पत्नी महादेवी घर की दूसरी मंजिल पर बने कमरे में सो रहे थे। रात तकरीबन 12 बजे खिड़कियों के सहारे छत पर पहुंचकर कुछ बदमाश घर में दाखिल हो गए। नीचे आकर बदमाशों ने घर का मुख्यद्वार खोलकर अपने साथियों को भीतर बुला लिया। घर के निचले हिस्से में सो रहे सिपट्टर के बेटे अवधेश उर्फ बिल्ला और उसकी पत्नी मंजू के कमरे का दरवाजा खुला देखकर डकैतों का गिरोह सबसे पहले उसके कमरे में घुस गया। यहां लिहाफ हटाकर बिल्ला के सिर और नाक पर बदमाशों ने कई प्रहार कर डाले। इससे वह मरणासन्न हालात में पहुंच गया। पति को पिटता देखकर मंजू ने विरोध किया तो उसे भी पीटा गया। घरवालों के सहम जाने के बाद डकैत कमरे में रखे दो बक्से निकालकर ले गए। बकौल मंजू बक्सों में 25 तोला सोना और एक किलो चांदी के जेवरात रखे हुए थे। साथ ही तीन हजार रुपये नकद भी रखे थे। जेवरात की कीमत करीब आठ लाख रुपये बताई जा रही है। गांव से बाहर मिले बक्से
दूसरे दिन शुक्रवार सुबह गांव वाले खेतों पर पहुंचे तो घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर खेतिहर इलाके में दोनों बक्से पड़े मिले। हालांकि इनमें रखा माल नदारद था। दोनों बक्से गांव वालों ने पीड़ित परिवार को सौंप दिए हैं। अवधेश की हालत गंभीर
बदमाशों की पिटाई से घायल हुए अवधेश की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके सिर और नाक की हड्डी में फ्रैक्चर बताया जा रहा है। गैंग के जाने के बाद परिवार वाले थाने पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने घायल को पहले सीएचसी उझानी भेजा। वहां से उसे जिला अस्पताल भेजा गया। जबकि हालत गंभीर होने पर प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल से बरेली रेफर कर दिया गया है। परिवार वाले भी उसके साथ गए हुए हैं।
बड़ा बेटा भी है अध्यापक
सिपट्टर का बड़ा बेटा रामप्रताप भी अध्यापक है। फिलहाल वह अपने परिवार के साथ उझानी में रहता है, जबकि छोटा बेटा अवधेश उन्हीं के साथ रहता था। बदमाशों ने भी उसे ही निशाना बनाया। बदमाशों की संख्या छह बताई जा रही है। डकैती का तरीका बताता, पहले से थी जानकारी
जासं, बदायूं : जिस तरह से डकैतों ने आसानी से गांव के अंदर डकैती की घटना को अंजाम दिया, उससे साफ पता चलता है कि उन लोगों ने पहले रेकी थी। एक डकैत आसानी से घर में घुसा और उसने बाकी डकैतों को बुला लिया। इसके बाद डकैत केवल उसी कमरे में गए, जहां पर सोना, चांदी और बाकी जेवर रखे हुए थे, जबकि छत पर लेटे हुए गृहस्वामी और उनकी बीवी से कोई बात भी नहीं की। डकैती डालने के बाद आसानी से फरार भी हो गए। तमंचे थे, लेकिन गोली नहीं चलाई
हथियारों से लैस होने के बावजूद डकैतों ने अवधेश पर गोली नहीं चलाई। वे जानते थे कि फाय¨रग की आवाज सुनकर आसपास के लोग जाग सकते हैं। ऐसे में उन्हें भागना पड़ेगा। यही वजह रही कि तमंचे होने के बाद भी डकैतों ने गोली नहीं चलाई। डकैती को चोरी बनाने की तैयारी में मुजरिया पुलिस
जासं, बदायूं : अपनी कार्यशैली की वजह से बदनाम होने वाली पुलिस डकैती कांड में खेल करने से बाज नहीं आई। छह डकैतों ने घर में घुसकर गृहस्वामी के बेटे को पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। घर में रखा आठ लाख का जेवर ले गए और पुलिस इसे महज चोरी की घटना मान रही है। कागजों में क्राइम कंट्रेाल करने की महारथी पुलिस की इस कार्यशैली की वजह से क्षेत्रीय लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है।
वर्जन ::
चोरी करने के इरादे से कुछ लोग घर में घुसे थे। विरोध करने पर अवधेश को पीटकर भाग गए। घटना लूटपाट की नहीं बल्कि चोरी की है। फिलहाल तहरीर भी नहीं मिली है। तहरीर के आधार पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
- प्रदीप यादव, एसओ मुजरिया