ईयरफोन लगाकर दौड़ाई प्राइवेट बस, पलटने से 40 घायल
चालक ने ईयरफोन लगाकर प्राइवेट बस दौड़ाई। इससे 40 यात्री घायल हो गए।
दातागंज (बदायूं) : डहरपुर-हजरतपुर मार्ग पर गुरुवार दोपहर ईयरफोन लगाकर लापरवाही से प्राइवेट बस दौड़ा रहे चालक ने दर्जनों जिंदगियों को सांसत में डाल दिया। कोड़ा जयकरन गांव के पास बस बेकाबू होकर सड़क किनारे खाई में जा पलटी। हादसे में 40 से अधिक सवारियां घायल हो गई। इनमें से 24 की हालत गंभीर हैं। 11 घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि 13 लोग हायर सेंटर रेफर कर दिए गए। घटना के बाद आरोपित चालक मौके से भाग निकला।
गुरुवार दोपहर लगभग ढाई बजे एक प्राइवेट बस दातागंज से सवारियां लेकर अलापुर के कस्बा म्याऊं को रवाना हुई। आरोप है कि बस चलाते समय ड्राइवर पूरा समय मोबाइल पर गाना सुनता रहा। ईयरफोन लगाकर बस दौड़ाने पर अचानक बस से उसका नियंत्रण खो गया और बस लहराती हुई सड़क किनारे खाई में जा गिरी। हादसे के बाद सवारियों में चीख-पुकार मच गई। वहीं, ड्राइवर मौके से फरार हो गया। सूचना पर पहुंची यूपी 100 की टीम ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को निकालकर दातागंज सीएचसी भेजा। जहां से गंभीर घायलों को जिला अस्पताल समेत हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। वर्जन
25 से 40 लोग घायल हुए हैं। सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। आरोपित चालक की तलाश की जा रही है। हादसे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। बताया जा रहा है कि किसी जानवर को बचाने के प्रयास में संतुलन बिगड़ा है। बाकी सही स्थिति ड्राइवर की गिरफ्तारी के बाद स्पष्ट होगी। -राकेश चौहान, एसओ हजरतपुर
चालक का सड़क पर कम गाना सुनने में था पूरा ध्यान
- पहले दो बार लहराई, तब यात्रियों ने चालक को टोका था
- बस की गति तेज होती तो चली जाती कई लोगों की जान
- स्टेयरिग छोड़कर कान में ईयर फोन लगाने से हुआ था हादसा
संस, दातागंज (बदायूं) : म्याऊं मार्ग पर निजी बस पलटने की घटना कोई हादसा नहीं बल्कि लापरवाही की वजह से हुई। क्योंकि ड्राइवर स्टेयरिग छोड़कर कानों में इयरफोन लगा रहा था। इसी दौरान अचानक बस का संतुलन बिगड़ा और गाड़ी लहराती हुई खाई में जा गिरी। ड्राइवर की इसी चूक से उसमें सवार 40 से अधिक यात्रियों की जान पर बन आई। गनीमत की बात यह रही कि बस की स्पीड ज्यादा नहीं थी, इसलिए वह फिसलती हुई खाई में धीमे से पलटी।
सीएचसी में आए घायलों ने बताया कि दातागंज से चलते ही ड्राइवर अपने मोबाइल में ज्यादा व्यस्त था। ऐसे में दो बार बस पहले भी लहराई। सवारियों ने उससे मोबाइल की जगह सड़क देखकर गाड़ी चलाने को भी कहा। कुछ देर बाद उसने मोबाइल में इयरफोन की लीड लगाई और स्टेयरिग छोड़कर दोनों हाथ से कान में लगाने लगा। इसी हरकत से बस का संतुलन बिगड़ा और हादसा हो गया।
ये हुए हादसे में घायल
बस पलटने से राजपाल (35), धर्मेद्र सिंह (42) निवासी गांव नौगवां नसीरनगर थाना उसहैत, अरसे जहां (12), उसकी मां मिस्कीन (35) निवासीगण म्याऊं, उदयपाल निवासी गांव कोड़ा जयकरन, अनूपा (18) पत्नी वेरेश निवासी दियोरारा थाना अलापुर, शहवाज (19) निवासी मुहल्ला कबूलपुरा कोतवाली, स्वाति (10) पुत्री महीपाल निवासी गांव अजय थाना उसहैत को जिला अस्पताल लाया गया। जबकि सुधीर (30), नगीना (25), अनूप (22) व ऋषिपाल उनकी पत्नी यशोदा निवासीगण गांव सेटादाढ़ी कलान, शाहजहांपुर को भी चोट लगी है। राजपाल निवासी गांव ढका थाना अलापुर, बिस्किन पुत्री जफर अली निवासी दातागंज, जलीसा पत्नी गुलफाम निवासी गांव दुरिया, अशीजिया (22) पुत्री अनवर अली भी घायल हुईं। इनके अलावा कई लोगों को गुम चोटें और खरोंचें लगीं जो प्राथमिक इलाज के बाद घर को चले गए। परमिट डहरपुर का, सवारी दातागंज से उठाईं
दातागंज से म्याऊं रोड पर दर्जनभर निजी बसें चल रही हैं। विड़ंबना देखिए कि इन बसों का परमिट डहरपुर से म्याऊं तक का है। जबकि सभी बसें दातागंज से सवारियां उठाकर म्याऊं के आगे तक ले जाती हैं। यह बस भी उन्हीं में शामिल थी। बावजूद इसके डग्गामारी का यह सिलसिला एआरटीओ और पुलिस की सरपरस्ती में चल रहा है।