मुकदमा दर्ज करने में भी खेल कर दिया खेल
बिसौली, (बदायूं) : वजीरगंज थाना क्षेत्र में हुई रोडहोल्डअप की घटना का अपनी फजीहत बचाने के लिए वजीरगं
बिसौली, (बदायूं) : वजीरगंज थाना क्षेत्र में हुई रोडहोल्डअप की घटना का अपनी फजीहत बचाने के लिए वजीरगंज पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन उसमें कई खेल कर दिए। घटना दबाने के लिए जहां अधिकारियों को भी गुमराह किया गया, वहीं घटना की रात ही पुलिस ने भुक्तभोगी व्यापारी के भाई की लूट की तहरीर पर पांच मोबाइलों की गुमशुदगी दर्ज की थी, वहीं अब चालक की तहरीर पर घटनास्थल बिसौली कोतवाली दर्शाते हुए मुकदमा निल पर दर्ज कर बिसौली कोतवाली भेज दिया है। मुकदमा दर्ज करने में हुए इस खेल से बिसौली पुलिस भी काफी हैरत में है।
बता दें कि 25 जनवरी की रात बिसौली के मुहल्ला साहूकारा निवासी चीनी व्यवसाई कपिल आनंद की पत्नी खुशबू आनंद बहन मीनू आनंद और देवर हर्ष आनंद के साथ वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव सिंगथरा के पास बोलेरो सवार बदमाशों ने अपहरण कर लूटपाट की थी। इसमें कार चालक नेमसिंह की जमकर पिटाई की थी। बदमाश नकदी समेत सोने के लाखों रुपये के जेवरात लूटकर ले गए थे। घटना के बाद व्यापारी के भाई हर्ष आनंद ने सीओ बिसौली को घटना की जानकारी दी थी। सीओ बिसौली ने वजीरगंज पुलिस को सूचित किया, लेकिन घटना दबाने के उद्देश्य से पुलिस ने घटना से इंकार कर दिया। घटना के करीब एक घंटे बाद हर्ष आनंद ने वजीरगंज थाने पहुंचकर घटना की तहरीर दी। इसपर पुलिस ने महज पाच मोबाइलों की गुमशुदगी दर्ज कर व्यापारी के भाई को टहला दिया। यह गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भी पुलिस घटना को छिपाए बैठी रही। बुधवार को यह खबर जब अखबारों की सुर्खियां बनी तो अधिकारियों के दबाव में वजीरगंज पुलिस ने चालक नेमसिंह से दूसरी तहरीर लिखवाकर उसमें दिखा दिया कि घटना बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गांव दिसौलीगंज में घटी है। इस मुकदमे को निल पर दर्ज कर बिसौली कोतवाली भेज दिया गया। वजीरगंज पुलिस ने भले ही यह खेल घटना को अपने इलाके से बचाने के लिए किया हो, लेकिन घटना स्थल पर बने गाड़ियों के टायर के फिसलन की पहचान और घटना की रात दर्ज की गई मोबाइलों की गुमशुदगी उसकी गले की फांस बन सकती है।