50 हजार का इनाम घोषित होते दबोचा गया हत्यारोपित
मुबारकपुर क्षेत्र के पिचरी गांव में चार वर्ष पूर्व पत्नी की हत्या अवैध संबंधों के चलते की थी। हत्या के बाद पुलिस की नजरों से बचने के लिए वह ट्रक का खलासी बन गया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : 50 हजार रुपये का इनाम घोषित होते ही पत्नी का हत्यारोपित पुलिस के चंगुल में फंस गया। इससे पूर्व पुलिस चार वर्षों से उसे ढूंढ़ नहीं पा रही थी। उसने पूछताछ में स्वीकार किया कि अवैध संबंधों की नाराजगी में ही उसने अपनी पत्नी को मार डाला था। पहचान छिपाने के लिए ही एक ट्रक पर हेल्पर का काम करने लगा था। बकौल पुलिस गिरफ़्तारी के दौरान उसके पास से तमंचा व कारतूस भी बरामद हुए हैं।
एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि 11 मई 2016 को पिचरी गांव निवासी बबिता चौहान की हत्या कर दी गयी थी। मृत महिला के भाई सुनील चौहान ग्राम डोरा सदर थाना सादात जिला गाजीपुर निवासी ने अपने बहनोई गुड्डू चौहान के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। उसके बाद से ही आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर था। 11 मार्च 2017 को पुलिस ने जांच में आरोपित को दोषी समझते हुए चार्जशीट लगा दिया था। मशक्कत के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने हत्यारोपित के घर की कुर्की की कार्रवाई थी। लेकिन उसके बावजूद सफलता नहीं मिली तो न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करने पर उसके खिलाफ धारा 174 में केस दर्ज किया गया। इधर गुड्डू चौहान गिरफ्तारी से बचने को दूसरे जनपद में छिपकर रहने लगा। दिन-महीना करते चार साल का वक्त गुजरा तो डीआइजी ने हत्यारोपित 50 हजार रुपये का पुरस्कार भी घोषित कर दिया गया था। सक्रियता बढ़ी तो मुबारकपुर पुलिस ने पिचरी गांव के ईंट भट्ठा से उसे दबोच लिया। हत्यारोपित गुड्डू ने बताया कि उसने पत्नी के अवैध संबंधों के चलते ही उसकी हत्या की थी। फरारी के दौरान अपनी सुरक्षा के लिए साथ में तमंचा लेकर चलता था।