Move to Jagran APP

अत्याधुनिक सठियांव मिल में बने एक्सपोर्ट क्वालिटी की चीनी

आजमगढ़ अत्याधुनिक चीनी मिल सठियांव में चीनी की गुणवत्ता और गन्ना आपूर्ति को लेकर जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए मिल के चीफ केमिस्ट से कहाकि आखिर मिल में स्पोर्ट क्वालिटी की चीनी क्यों नहीं बनती है? उन्होंने गुणवत्तापूर्ण चीनी बनाने के निर्देश दिए। जीए से सवाल किया कि जब गन्ना उत्पादन का क्षेत्र विकसित नहीं होगा तो मात्र 30 से 40 फीसद गन्ना आपूर्ति के भरोसे मिल कैसे चलेगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 11:18 PM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 11:18 PM (IST)
अत्याधुनिक सठियांव मिल में बने एक्सपोर्ट क्वालिटी की चीनी

जागरण संवाददाता, आजमगढ़: अत्याधुनिक चीनी मिल सठियांव में चीनी की गुणवत्ता और गन्ना आपूर्ति को जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए मिल के चीफ केमिस्ट से कहा कि आखिर मिल में एक्सपोर्ट (निर्यात) क्वालिटी की चीनी क्यों नहीं बनती है। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण चीनी बनाने के निर्देश दिए। जीएम से सवाल किया कि जब गन्ना उत्पादन का क्षेत्र विकसित नहीं होगा तो मात्र 30 से 40 फीसद गन्ना आपूर्ति के भरोसे मिल कैसे चलेगी।

loksabha election banner

जिलाधिकारी ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस-प्रतिनिधियों से वार्ता में बताया कि 21 सितंबर को संचालक मंडल की बैठक में चीनी मिल संचालन के संबंध में सदस्यों ने कई समस्याओं से अवगत कराया था। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि किसानों के निवेश की लागत कम होगी तो उत्पादकता अधिक होगी। इसलिए पानी व उर्वरक की बचत के साथ ही अच्छी प्रजाति के गन्ना बीज देना होगा। इसके लिए नाली बनाकर गन्ना बोने की लिए किसानों को प्रेरित करें। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट और किसानों को गन्ना पर्ची वितरण की भी समस्या समाधान का निर्देश दिया गया है। कैलेंडर के अनुसार किसानों को पर्ची का वितरण किया जाए। साथ ही एसएमएस से किसानों को इसकी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि गन्ना क्षेत्र विकसित करने के लिए तहसील सगड़ी के देवारा में बाढ़ क्षेत्र बहुत ही उपयोगी साबित होगा, क्योंकि खरीफ में बाढ़ के भय से 80 फीसद क्षेत्रफल में किसान किसी फसल की बोआई नहीं करते हैं। इसलिए गन्ना की खेती उपयोगी साबित होगी।क्योंकि बाढ़ के पानी का इस पर ज्यादा असर नहीं होता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.