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हवाई यात्रा करने वाले भी पीएम आवास के लाभार्थी

जासं आजमगढ़ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सुविधा देने में जमकर हेराफेरी की गई है। जिन्हें पात्रों के चयन की जिम्मेदारी दी उन्होंने ही गड़बड़ी कर दी है। विकास खंड तहबरपुर में हवाई यात्रा कर विदेश में रहने वाले और जिनके पास बड़ी गाड़ियां हैं उनका भी चयन कर उन्हें लाभ दिया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने सख्ती दिखाते हुए सीडीओ को जांच करने के निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 05:12 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 05:12 PM (IST)
हवाई यात्रा करने वाले भी पीएम आवास के लाभार्थी
हवाई यात्रा करने वाले भी पीएम आवास के लाभार्थी

जासं, आजमगढ़ : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सुविधा देने में जमकर हेराफेरी की गई है। जिन्हें पात्रों के चयन की जिम्मेदारी दी गई है उन्होंने ही गड़बड़ी कर दी है। विकास खंड तहबरपुर में हवाई यात्रा करने, विदेश में रहने वाले और जिनके पास बड़ी गाड़ियां हैं उनका भी चयन कर उन्हें लाभ दिया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने सीडीओ को जांच करने के निर्देश दिए।

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गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। जिम्मेदार अपात्रों को पात्र बनाकर रेवड़ियों की तरह आवास बांट रहे हैं तो गंवई राजनीति के चलते पात्र इस योजना के लाभ से वंचित हो रहे हैं। तहबरपुर विकास खंड के चत्तुरपुर गांव निवासी एक व्यक्ति ने मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंप आरोप लगाया कि गांव में पक्का मकान, खाड़ी देश में रहने वाले, धनी व्यक्तियों तथा दस टायर गाड़ी, ट्रैक्टर-ट्रॉली वाले लोगों का नाम प्रधानमंत्री आवास की पात्रता सूची में दर्ज है। कुछ अपात्र उसका लाभ भी ले चुकें हैं। शिकायती पत्र के माध्यम से कहा है कि आवास के लाभार्थियों की सूची में एक दर्जन ऐसे लोगों का नाम हैं, जो इस गांव में नहीं रहते हैं। कई लोग ऐसे हैं जो अपात्र होने के बावजूद विभागीय मिलीभगत से आवास ले चुके हैं, जबकि काफी संख्या में गांव के गरीब परिवारों के लोग झोपड़ियों में जीवन यापन करने को विवश हैं।

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मामला संज्ञान में आया है। शिकायतकर्ता ने कई बार इसकी शिकायत की। संयुक्त विकास आयुक्त ने भी इसकी जांच की है। यदि शिकायतकर्ता फिर शिकायत किया है तो इसकी जांच कराई जाएगी।

-अभिमन्यु सिंह, परियोजना निदेशक।


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