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रंगकर्मी सुनीलदत्त 'नाट्य श्री' मानद उपाधि से सम्मानित

आजमगढ़: रंगमंच व ललित कलाओं के लिए समर्पित सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था Þ हुनर संस्थान' के हुनरबा•ाों ने उन्नीसवें अखिल भारतीय बहुभाषीय नाटक, शास्त्रीय व लोकनृत्य प्रतियोगिता कला संगम गिरीडीह (झारखंड ) में जिले का परचम लहराया एवं जीते आठ राष्ट्रीय पुरस्कार।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 09:22 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 09:22 PM (IST)
रंगकर्मी सुनीलदत्त 'नाट्य श्री' मानद उपाधि से सम्मानित

जासं, आजमगढ़ : रंगमंच व ललित कलाओं के लिए समर्पित सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था 'हुनर संस्थान' के हुनरबाजों ने उन्नीसवें अखिल भारतीय बहुभाषीय नाटक, शास्त्रीय व लोकनृत्य प्रतियोगिता कला संगम गिरीडीह (झारखंड) में जिले का परचम लहराया एवं जीते आठ राष्ट्रीय पुरस्कार। राष्ट्रीय नाट्य प्रतियोगिता में अव्यावसायिक रंगमंच को बढ़ावा देने, नई प्रतिभाओं को तराशने, हुनर रंग महोत्सव का पिछले 17 वर्षों से सफल आयोजन करने व नाटकों के लिए सदैव दृढ़ संकल्पित रहने के लिए सुनीलदत्त विश्वकर्मा को स्व. दिगंबर प्रसाद स्मृति राष्ट्रीय सम्मान में 'नाट्य श्री' की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। नाटकों के व्यक्तिगत वर्ग में गौरव मौर्य को बेस्ट विलेन का द्वितीय, सह अभिनेता का करन सोनकर को द्वितीय, बाल कलाकार का यशी वर्मा को सांत्वना, मंच सज्जा का तृतीय पुरस्कार मिला, जबकि नृत्य में लोकनृत्य में प्रियांशु सोनकर प्रथम, समूह लोकनृत्य में तृतीय व कैंप फायर में किशन गुप्ता को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। रंग यात्रा का प्रथम पुरस्कार मिला। इस नाट्य प्रतियोगिता में मणिपुर, उड़ीसा, मुंबई, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बंगाल, झारखंड, बिहार के 15 दलों के 450 कलाकारों ने प्रतिभाग किया था।

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