संविधान की प्रस्तावना देश का आईना
-संविधान की 72वीं वर्षगाठ -जिला जज व डीएम ने भारतीय संविधान में निष्ठा रखने व अनुपालन की दी
-संविधान की 72वीं वर्षगाठ :::
-जिला जज व डीएम ने भारतीय संविधान में निष्ठा रखने व अनुपालन की दीलाई शपथ
-संविधान के तहत बनाए गए कानून का सभी को करना चाहिए पालन
-दीवानी न्यायालय के हाल आफ जस्टिस व कलेक्ट्रेट में आयोजन
जागरण संवाददाता, आजमगढ: भारत के संविधान की 72वीं वर्षगाठ के उपलक्ष्य में शुक्रवार को जिला जज दिनेश चंद हाल आफ जस्टिस में समस्त न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारियों को भारतीय संविधान में निष्ठा रखने एवं संविधान का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए संविधान की उद्देशिका का शपथ दिलाई और मौलिक कर्तव्यों के बारे में बताया गया।इधर, जिलाधिकारी राजेश कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों व कर्मचारियों को शपथ दिलाई।
जिला जज ने कहाकि संविधान चाहे जितना अच्छा हो, यदि उसे संचालित करने वाले लोग बुरे है तो वह निश्चित बुरा हो जाता है और यदि उसे संचालित करने वाले लोग अच्छे है तो वह संविधान निश्चित अच्छा होता है। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनीता ने कहाकि किसी भी देश के संविधान की उद्देशिका (प्रस्तावना)उस देश का आईना होती है। भारतीय संविधान भारत के लोगों के लिए अपने आप में विशेष अधिकार समाहित किए हुए है और एकता एवं अखंडता का अक्षुण्य बनाने में भी पुरी तरह से सु²ढ़ हैं। कलेक्ट्रेट के डीएम सहित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी डा. भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। डीएम ने कहा कि जो देश के संविधान के तहत कानून बनाए जाते हैं, हम सभी को उन नियमों का पालन करना चाहिए। एडीएम (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र, एडीएम (एफआर) आजाद भगत सिंह सहित कलेक्ट्रेट परिवार के समस्त संबंधित अधिकारी व कर्मचारी थे।