पिता पर आरोप लगाने वाली किशोरी नहीं बता सकी घर
पिता पर दुराचार करने का आरोप लगाने वाली किशोरी अपना घर भी पुलिस को नहीं बता सकी। पुलिस शहर से लेकर गांव तक उसे साथ लेकर बुधवार को पूरी रात तक भटकती रही। पुलिस आखिरकार लाचार होकर उक्त किशोरी को जोकहरा की एनजीओ कार्यकर्ता के हवाले कर दिया।
जासं, आजमगढ़ : पिता पर दुराचार करने का आरोप लगाने वाली किशोरी अपना घर भी पुलिस को नहीं बता सकी। पुलिस शहर से लेकर गांव तक उसे साथ लेकर बुधवार को पूरी रात तक भटकती रही। पुलिस आखिरकार लाचार होकर उक्त किशोरी को जोकहरा की एनजीओ कार्यकर्ता के हवाले कर दिया।
रामानंद सरस्वती पुस्तकालय के दो कार्यकर्ता 15 वर्षीय एक किशोरी को लेकर बुधवार की शाम को शहर कोतवाली पहुंचे थे। कोतवाल को दिए गए प्रार्थना पत्र में किशोरी ने उल्लेख किया था कि वह मूल रूप से कंधरापुर थाना क्षेत्र की निवासी है। वह अपने पिता के साथ शहर के ही एक मोहल्ला में किराए के मकान में रहती है। उसने आरोप लगाया था कि अवैध संबंधों को लेकर उसके पिता ने तीन माह पूर्व उसकी मां की व एक माह पूर्व बड़ी बहन की गला दबा कर मार डाला। बड़ी बहन के बाद पिता ने उससे अवैध संबंध बना लिया। पिता की हरकतों से तंग आकर वह मुंबई में रह रहे भाई के पास छह दिन पूर्व गई थी। भाई ने पास में उसे रखने से इंकार कर दिया तो वह ट्रेन पर सवार होकर मुंबई से 12 जनवरी को शाहगंज आ गई। वहां से फूलपुर आई तो पुलिस ने उसे आशा ज्योति केंद्र के हवाले किया तो उन्होंने उसे जोकहरा हिना देसाई के यहां पहुंचा दिया। शहर कोतवाल विनय कुमार मिश्र का कहना है कि किशोरी को लेकर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो वह अपना शहर का मकान व गांव का मकान भी नहीं पहचान सकी। पुलिस पूरी रात उसे लेकर भटकती रही। लाचार होकर पुलिस ने उसे लेकर आने वाले एनजीओ कार्यकर्ता के हवाले कर दिया।