बिना भेदभाव के मिलती है कामयाबी: मंडलायुक्त
आजमगढ़ मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी की अध्यक्षता में मंगलवार को मंडलायुक्त सभागार में फ्यूचर ग्रुप मुबारकपुर की छात्राओं ने महिला शिक्षा शक्ति अधिकारी और उनकी सुरक्षा से संबंधित अपना पक्ष रखा जिनकी शंकाओं का समाधान किया गया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी की अध्यक्षता में मंगलवार को मंडलायुक्त सभागार में फ्यूचर ग्रुप मुबारकपुर की छात्राओं ने महिला शिक्षा, शक्ति, अधिकारी और उनकी सुरक्षा से संबंधित अपना पक्ष रखा, जिनकी शंकाओं का समाधान किया गया।
मंडलायुक्त ने शिप्रा जायसवाल, तैबा, जैनब नैय्यर, शालू, कलीम सोगरा, सृष्टि आदि द्वारा पूछे गए अलग-अलग विषयों से संबंधित सवालों का जवाब दिया। कहा कि कामयाबी बिना किसी भेदभाव के मिलती है। बशर्ते कि जो लक्ष्य निर्धारित किया जाए उसके प्रति ²ढ़ इच्छा शक्ति के साथ ईमानदारी का समन्वय हो। एक छात्रा ने दहेज प्रथा के संबंध में प्रश्न किया। जवाब में मंडलायुक्त ने कहा कि दहेज प्रथा समाज की बनाई हुई है और हम समाज के एक अंग हैं। इसलिए इस कुप्रथा को रोकने की जिम्मेदारी भी हम पर आती है। हमारा यह कर्तव्य है कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण इस कुप्रथा को रोकने में अपना भरपूर सकारात्मक सहयोग दें। महिला सुरक्षा के संबंध में किए गए सवाल के जवाब में कहा कि यदि जहां कहीं भी आपको असुरक्षा का एहसास हो तो संबंधित थाने को अवश्य सूचना दी जाए। यदि थाना स्तर पर कार्रवाई नहीं होती है तो संबंधित एसडीएम से मिलकर समस्या का बखूबी समाधान निकाला जा सकता है। महिला सुरक्षा से संबंधित हेल्पलाइन भी है, जिसका भी उपयोग कर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने महिला उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न के सम्बन्ध में कहा कि यदि थाना स्तर पर मुकदमा दर्ज नहीं होता है तो संविधान में दी गयी व्यवस्थानुसार सीधे न्यायालय के माध्यम से एफआइआर दर्ज कराई जा सकती है। छात्राओं को हिदायत दी कि बच्चा चाहे बालिग हो या नाबालिग। यदि वह गलत निर्णय लेता है तो माता-पिता को उसे गलत निर्णय लेने से रोकने का पूरा अधिकार है। इसे अनसुना करने की जरूरत नहीं है। इस अवसर पर ग्रुप के संस्थापक एवं निदेशक सिराज सिद्दीकी, प्रबंध समिति के डा. नैय्यर खां, जावेद रजा, जान-ए-आलम आदि थे।
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