'रामराज्य आधुनिक परिवेश में' का कर रहा अध्ययन
आजमगढ़ महामारी का रूप लेते जा रहे कोरोना वायरस से बचाव के लिए दीवानी कचहरी भी बंद कर दी गई है। ेऐसे में अधिवक्ताओं की दैनिक दिनचर्चा में भी काफी बदलाव आ गया है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : महामारी का रूप लेते जा रहे कोरोना वायरस से बचाव के लिए दीवानी कचहरी भी बंद कर दी गई है। ेऐसे में अधिवक्ताओं की दैनिक दिनचर्चा में भी काफी बदलाव आ गया है।
शहर के मड़या (ठंडी सड़क)निवासी दीवानी न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता और अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय परामर्शी लालबहादुर सिंह (90 वर्ष) की भी दिनचर्या में भी आमदिनों की अपेक्षा काफी बदलाव आया है। उन्होंने सोमवार को 'दैनिक जागरण' को बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए घरों में रहना सबसे अधिक सुरक्षित उपाय है।इस समय क्या कर रहे हैं, के सवाल पर बताया कि सुबह की दैनिक कार्य से निवृत्त होने के बाद नाश्ता किया और अब लाइब्रेरी में बैठक का किताब पढ़ रहा हूं। बताया कि इसी वर्ष प्रकाशित जस्टिस डीपी सिंह की लिखित पुस्तक 'रामराज्य आधुनिक परिवेश में' का अध्ययन कर रहा हूं। जिसे उन्होंने भेंट किया था। बताया कि इसके अध्ययन करने में कम से कम एक सप्ताह का समय लग ही जाएगा। इसके अलावा अधिवक्ता परिषद का पदाधिकारी होने के कारण मोबाइल पर उनकी बातों को सुन रहा हूं। कई कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित था, जिसे निरस्त करने के संबंध में सूचना दी जा रही है। एक सप्ताह बाद सीएए पर एक पुस्तक मंगाया हूं, जिसे पढ़ने के बाद नोट लिखूंगा।