साहब हम जिदा हैं, हमारा नाम दर्ज करा दीजिए
रानी की सराय थाना क्षेत्र के शाहखजुरा गांव निवास
जागरण संवाददाता, रानी की सराय (आजमगढ़): रानी की सराय थाना क्षेत्र के शाहखजुरा गांव निवासी पतिराम अपने को जिदा साबित करने के लिए 17 वर्षों से तहसील का चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने राजस्व अभिलेख में खुद को जिदा करने की गुहार लगाते हुए डीएम को पत्रक भेजा है।
पतिराम का कहना है कि मकान व भूमि शाहखजुरा के साथ ही पलिया गांव में भी है। पतिराम को पलिया गांव में मृतक होने का आभास तब हुआ जब उस कागजात पर बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने गए। तब से वह चक्कर काट रहे हैं। राजस्व विभाग का कारनामा देखें तो इनकी कागजी सच्चाई खुलती है। पलिया गाव में भी पतिराम नाम के दूसरे व्यक्ति थे। उनका निधन हुआ तो वरासत के दौरान शाहखजुरा वाले पतिराम के भूमि के रकबे पर उनके वारिसों का दर्ज कर दिया। चूंकि जहां पतिराम रहते हैं, वह सदर तहसील में, जबकि जहां मृतक दिखाए गए वह मेंहनगर तहसील में आता है। पीड़ित ने तहसील में गुहार लगाई तो 17 वर्षों से उसे जीवित करने के लिए दौड़ाया जा रहा है। सवाल यह कि अभिलेख में एक जगह जिदा, तो दूसरी जगह मृतक कैसे हो गए। फिलहाल पतिराम ने डीएम को पत्रक प्रेषित कर गुहार लगाई है।