संत के दर्शन से दूर हो जाते हैं पाप : राधा
आजमगढ़ : श्री कृष्ण गौशाला समिति के तत्वावधान में श्रीकृष्ण गौशाला पहाड़पुर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन राधा किशोरीने श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम स्कंध का वर्णन करते हुए सत्य की बड़ी रोचक व्याख्या की। राधा किशोरी ने बताया कि भागवत में सत्य, चित और आनंद तीनों सच्चिदानंद रूप में समाहित है। भगवान तक पहुंचने के यही तीन मार्ग है।
आजमगढ़ : श्रीकृष्ण गोशाला समिति के तत्वावधान में पहाड़पुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन राधा किशोरी ने श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम स्कंध का वर्णन करते हुए सत्य की बड़ी रोचक व्याख्या की। राधा किशोरी ने बताया कि भागवत में सत्य, चित और आनंद तीनों सच्चिदानंद रूप में समाहित हैं। भगवान तक पहुंचने के यही तीन मार्ग हैं। कथा व्यास राधा किशोरी जी ने संतों की महिमा बताते हुए कहा कि सच्चे संत के दर्शन मात्र से ही मनुष्य के जन्म-जन्मातरों के पाप नष्ट हो जाते हैं। यदि आपने अपना मन कृष्ण में लगा दिया तो श्मशान में भी आप अकेले नहीं होंगे। दूसरे दिन कार्यक्रम संयोजक अभिषेक जायसवाल दीनू, गौरव अग्रवाल, मनोज खेतान, भोलानाथ जालान आदि ने कथा व्यास राधा किशोरी की आरती उतारते हुए भागवत को प्रणाम किया। कथा में अशोक रूंगटा, गौरव अग्रवाल, विनय रूंगटा, डा आरबी त्रिपाठी, डा शिशिर जायसवाल, डा निर्मल, अंकित अग्रवाल आदि उपस्थित थे।