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शारदा बैराज के पानी से और उफनाई घाघरा

जागरण संवाददाता सगड़ी (आजमगढ़) पहले से उफनाई घाघरा नदी का जलस्तर शुक्रवार को शारदा बैराज लखीमपुर खीरी से छोड़े गए तीन लाख क्यूसेक पानी के कारण और भी बढ़ गया। डिघिया नाले के पास खतरा बिदु 70.40 मीटर से 5

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 07:54 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 06:03 AM (IST)
शारदा बैराज के पानी से और उफनाई घाघरा
शारदा बैराज के पानी से और उफनाई घाघरा

जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़) : पहले से उफनाई घाघरा नदी का जलस्तर शुक्रवार को शारदा बैराज लखीमपुर खीरी से छोड़े गए तीन लाख क्यूसेक पानी के कारण और भी बढ़ गया। डिघिया नाले के पास खतरा बिदु 70.40 मीटर से 58 सेंटीमीटर ऊपर यानी 70.98 मीटर पर दर्ज किया गया, वहीं बदरहुआ गेज पर खतरा बिदु 71.68 मीटर से 14 सेंटीमीटर ऊपर 71.82 मीटर पर नदी बह रही थी। अचानक जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाके के लोगों की दहशत भी बढ़ गई है।

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बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि शारदा बैराज से पानी छोड़ने के बाद विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। जलस्तर और भी बढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है। बाढ़ के कारण एक दर्जन गांव के रास्ते जलमग्न हो गए हैं। सोनौरा-मानिकपुर संपर्क मार्ग, हाजीपुर-देवारा खास राजा संपर्क मार्ग, निबिअहवा-रोशनगंज मल्लह का पुरवा, अभ्भन पट्टी, हैदराबाद आदि एक दर्जन गांव के रास्ते जलमग्न हो गए हैं। हजारों लोगों को आने-जाने में बाधा उत्पन्न हो रही है। लोगों को लंबी दूरी तय कर घरेलू सामानों के लिए बाजार जाना पड़ रहा है।

सेमरी, मुराली का पुरवा, त्रिलोकी का पुरवा, साधु का पुरवा आदि स्थानों पर आबादी के करीब नदी कटान कर रही है।

जलस्तर बढ़ने से पशुओं के चारे की समस्या भी बढ़ने लगी है। बाजरा, ज्वार, गन्ना आदि फसलें जलमग्न होने से पशुओं के लिए चारा की व्यवस्था मुश्किल हो गई है।


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