पहेली बना प्रबंधक, हिरासत और गिरफ्तारी में उलझे अफसर
जागरण संवाददाता आजमगढ़ जहानागंज थाना क्षेत्र में सात मुन्ना भाइयों के पकड़े जाने के बाद प्रशासन अभी भी लग रहा है किसी दबाव में काम कर रहा है। पहले दिन थाने से प्रबंधक को जाने दिया गया तो उसके बाद एसपी के आदेश के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई। सोमवार की दोपहर जब डीम ने एसपी से पूछा तो उन्होंने पहले ना कहा लेकिन कुछ ही देर बाद बताया कि गिरफ्तारी हो गई वहीं जब सीओ सदर अकमल खां से बात की गई तो जवाब मिला कि अभी हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए कोई साक्ष्य मिलना चाहिए।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जहानागंज थाना क्षेत्र में सात मुन्ना भाइयों के पकड़े जाने के बाद भी प्रतीत हो रहा कि प्रशासन किसी दबाव में काम कर रहा है। आरोपित प्रबंधक पूरे मामले में पहेली बनकर उभरा है। सोमवार की दोपहर जब डीएम ने एसपी से पूछा तो उन्होंने पहले ना कहा लेकिन कुछ ही देर बाद बताया कि गिरफ्तारी हो गई। सीओ सदर अकमल खां से बात की गई तो जवाब मिला कि अभी हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए कोई साक्ष्य मिलना चाहिए।
इसी से समझा जा सकता है कि नकल माफिया किस कदर व्यवस्था पर हावी हो चुके हैं। उनमें प्रशासन का कितना खौफ है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फर्जी कागजात तैयार कर दूसरे के स्थान पर परीक्षा दिलाई जा रही है। परीक्षा में शुचिता का दावा उस समय तार-तार हो गया जब जहानागंज थाना क्षेत्र के शेरपुर कुटी स्थित श्री वैष्णो हरिहरदास इंटर कालेज में शनिवार को अंग्रेजी की परीक्षा में सात मुन्ना भाई पकड़े गए। पकड़े गए सात मुन्ना भाइयों ने पुलिस को अपना नाम-पता भी गलत बताया था। पुलिस ने जब सख्ती की तो अपना सही नाम-पता बता दिया। उसके बाद मामले में मुख्य भूमिका निभा रहे उस विद्यालय के प्रबंधक उसके बेटे व प्रिसिपल को ढूंढा जाने लगा, जिनके नाम मुन्ना भाइयों ने लिए थे। एसपी ने बताया कि रामकृत यादव, प्रदीप यादव निवासी जीयापुर थाना तरवां को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित कर दी गई है लेकिन दोनों की गिरफ्तारी पहेली बनकर रह गई है। अधिकारी अलग-अलग बयान दे रहे हैं। फिलहाल डीएम ने एसपी से यह भी कहा है कि अगर प्रबंधक के बेटे की संलिप्तता सामने आ रही हो तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। लेकिन सवाल खड़ा हो रहा है कि जब प्रबंधक की गिरफ्तारी को लेकर सस्पेंस बन गया तो उसके बेटे का क्या होगा?