मंडल के तीनों एक्सईएन के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति
मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने जलनिमग की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा में मंडल के तीनों जनपदों में कई पूर्ण नलकूपों को विद्युत संयोजन की समस्या के कारण अनुपयोगी पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तीनों अधीक्षण अभियंताओं के विरुद्ध कार्यवाही हेतु शासन को अवगत कराए जाने का निर्देश दिया।
जासं, आजमगढ़ : मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने जलनिमग की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा में मंडल के तीनों जनपदों में कई पूर्ण नलकूपों को विद्युत संयोजन की समस्या के कारण अनुपयोगी पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तीनों अधीक्षण अभियंताओं के विरुद्ध कार्यवाही हेतु शासन को अवगत कराए जाने का निर्देश दिया। अधीनस्थों पर प्रभावी नियंत्रण नहीं रख पाने एवं पर्यवेक्षणीय दायित्वों के निर्वहन में कमी मिलने पर मुख्य अभियंता विद्युत को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। मंडलायुक्त शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में जल निगम विभाग के कार्यो की प्रगति की समीक्षा कर रही थीं।
समीक्षा में पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप पेयजल योजना के अंतर्गत आजमगढ़ में कुल 37 नलकूपों की स्थापना की जानी है जिसमें दो पूर्ण हैं। कई परियोजनाएं मार्च तक पूर्ण हो जाएंगी। जनपद में भूमि की अनुपलब्धता एवं विवाद के कारण एक कार्य अनारंभ है तथा पांच अन्य रुके हुए हैं। इसी प्रकार मऊ में 21 परियोजनाएं स्वीकृत हैं जिसमें चार पूर्ण तथा कई पूर्ण होने के करीब है। जनपद बलिया में 65 परियोजनाओं में से छह पूर्ण, 18 अनारंभ हैं। जनपद बलिया में मार्च तक 15 नलकूपों को पूरा किए जाने का लक्ष्य है। बैठक में अधीक्षण अभियंता जल निगम द्वारा अवगत कराया गया कि तीनों जनपद में 30 नलकूप ऐसे हैं जो पूर्ण हो गए हैं परंतु पांच-छह माह पूर्ण विद्युत कनेक्शन हेतु धनराशि जमा कर दिए जाने तथा उच्च स्तर पर निरन्तर निर्देश दिए के बावजूद विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन देने की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रगति नगण्य पाए जाने पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आजमगढ़, मऊ एवं बलिया से आम विद्युत उपभाक्ताओं द्वारा भी निरंतर विद्युत विभाग द्वारा गंभीर प्रकृति की अनियमितता करने के साक्ष्य और शिकायतें मिल रही हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए तीनों जनपद के अधीक्षण अभियंताओं के विरुद्ध कार्रवाई हेतु शासन को संस्तुति भेजने तथा मुख्य अभियंता विद्युत के स्तर पर्यवेक्षणीय दायित्वों के निर्वहन में कमी तथा अधीनस्थों पर प्रभावी नियंत्रण का अभाव मिलने पर उनसे स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। समीक्षा के दौरान उप निदेशक अर्थ एवं संख्या अमजद अली अंसारी ने अवगत कराया कि वर्ष 2018-19 के आजमगढ़ में 347, मऊ में 25 एवं बलिया में 112 हैंडपंप बचे हैं। उन्होंने युद्धस्तर पर हैंडपंप लगाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर अपर आयुक्त (प्रशासन) धर्मेन्द्र सिंह, अधीक्षण अभियंता जल निगम एमपी श्रीवास्तव, मऊ एवं बलिया के अधिशासी अभियंता, अपर सांख्यिकीय अधिकारी राजेंद्र जायसवाल, सहायक अभियंता जल निगम टीएस यादव उपस्थित थे।