टिकट फर्जीवाड़े के तह तक पहुंचने को ताबड़तोड़ छापेमारी
-फरार अभियुक्त विकास की तलाश में जुटी आरपीएफ की टीम -पकड़े जाने पर ही खुलेगा राज लग
-फरार अभियुक्त विकास की तलाश में जुटी आरपीएफ की टीम
-पकड़े जाने पर ही खुलेगा राज, लगातार ट्रेस किए जा रहे मोबाइल
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : रेलवे के तत्काल टिकट के फर्जीवाड़े में लिप्त विकास की तलाश में आरपीएफ की टीम जुट गई है। मामले की तह तक पहुंचने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है, लेकिन आरोपित अब भी रेलवे पुलिस की पकड़ से दूर हैं। हालांकि आरपीएफ लगातार आरोपित का मोबाइल ट्रेस कर रही है। अब तो फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास कुमार के पकड़े जाने के बाद ही राज खुलेगा।
आदर्श रेलवे स्टेशन पर दो दिन पहले चेकिग के दौरान दो यात्रियों के पास से आरक्षित टिकट की डुप्लीकेट कापी पाई गई थी। जांच में पता चला कि टिकट के स्टाक नंबर व काउंटर कोड में छेड़छाड़ व बदलाव किया गया था। जब इन दोनों यात्रियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने मुबारकपुर के रहने वाले आदर्श कुमार यादव की दुकान से डुप्लीकेट बनवाने की बात बताई। आरपीएफ की टीम ने उसकी निशानदेही पर छापेमारी की। पकड़े गए आदर्श से जब पूछताछ की तो उसने आदमपुर के उदयभान चौहान का नाम बताया, जो फैंसी कार्ड सेंटर एंड आफसेट प्रिटर प्रेस का कार्य करता है। उदयभान ने विकास कुमार का नाम बताया, जो सिर्फ मोबाइल से ही संपर्क में रहता है। आरपीएफ प्रभारी रमेश चंद्र मीना ने बताया कि विकास कुमार को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। इसका मोबाइल ट्रेस किया गया तो यहां से 35 किलोमीटर दूरी पर कुछ जनसेवा केंद्रों का नाम आया। पता चला है कि वह कभी-कभार यहां आता है। हालांकि उसके घर का भी पता जल्द ही लग जाएगा और शीघ्र ही मामले का खुलासा हो जाएगा।