Move to Jagran APP

जिले के नौ केंद्रों पर 750 क्विटल गेहूं की हुई खरीद

----------------------- जागरण संवाददाता आजमगढ़ कोरोना संक्रमण काल और पंचायत चुनाव के

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 06:37 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 06:37 PM (IST)
जिले के नौ केंद्रों पर 750 क्विटल गेहूं की हुई खरीद
जिले के नौ केंद्रों पर 750 क्विटल गेहूं की हुई खरीद

-----------------------

loksabha election banner

जागरण संवाददाता, आजमगढ़: कोरोना संक्रमण काल और पंचायत चुनाव के बीच दिन गेहूं क्रय केंद्र का सन्नाटा कम होता जा रहा है। 10वें दिन शनिवार तक पीसीएफ के पांच क्रय केंद्रों पर 250 क्विटल और विपणन के चार केंद्रों पर 500 क्विटल मिलाकर कुल 750 क्विटल गेहूं की खरीद हुई है। हालांकि कटाई व मड़ाई में तेजी आ गई है लेकिन पंचायत चुनाव के बाद क्रय केंद्रों पर गेहूं की आवक में तेजी आने की संभावना है। उधर, शनिवार को यूपी कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड क्रय केंद्र मंदुरी का डिप्टी आरएमओ आरपी पटेल व सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता रामकिकर द्विवेदी ने संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई कमियां मिलीं। अधिकारीद्वय ने केंद्र प्रभारी को निर्देशित किया कि कमियों का तत्काल निराकरण करें, अन्यथा विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।

रबी विपणन वर्ष 2021-22 में 15 जून तक होने वाली खरीद के लिए जिले में कुल 77 केंद्र स्थापित किए गए हैं। जिसमें विपणन शाखा के 30, पीसीएफ के 45 और एफसीआइ के दो केंद्र हैं। समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विटल की दर गेहूं की खरीद के लिए सभी केंद्रों पर गेहूं को साफ करने के लिए पंखा, दो इलेक्ट्रानिक तौल मशीन आदि सुविधाएं सुनिश्चित की गई है।डिप्टी आरएमओ आरपी पटेल ने बताया कि क्रय केंद्र मंदुरी के निरीक्षण में बैनर सही स्थान पर नहीं लगाया गया था। इलेक्ट्रिक कांटा खराब था, जिसकी मरम्मत हो रही थी। टोकन रजिस्टर की सभी इंट्री पूर्ण नहीं थी। केंद्र पर साफ-सफाई की स्थिति भी बहुत खराब मिली। खरीद संबंधी अभिलेख पूर्ण था। 2500 बोरा उपलब्ध मिला। कोविड-19 के बचाव के उपाय सुनिश्चित किए गए थे।

-----

किसान जल्द करा लें पंजीकरण

डिप्टी आरएमओ ने बताया कि पंजीकृत किसानों से ही गेहूं की खरीद की जाएगी। सुविधा के लिए किसान जल्द पंजीकरण करा लें, जिससे एसडीएम के यहां से उनका सत्यापन भी हो जाए। क्योंकि 100 क्विटल से अधिक की खरीद के लिए सत्यापन आवश्यक है। खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल पर जाकर किसान अपना पंजीकरण जरूर करा लें। जिन किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया था, वे जरूरी संशोधन कर पंजीकरण लाक कर दें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.