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गेहूं के सरकारी समर्थन मूल्य पर निजी कारोबारी भारी

बी विपणन वर्ष 2020-21ृ के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद। हालांकि शासन द्वारा 30 जून तक खरीद का समय बढ़ा दिया गया है। लेकिन पूर्व में निर्धारित तिथि 15 जून दिन सोमवार को दैनिक जागरण टीम ने पड़ताल की। कई केंदों पर गेहूं की खरीद हो रही थी लेकिन कुछ पर इक्का-दुक्का ही किसान गेहूं की बिक्री करने पहुंचे थे। किसानों की मानें तो सरकारी खरीद का समर्थन मूल्य 1925 रुपये क्विटल है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 06:25 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 06:25 PM (IST)
गेहूं के सरकारी समर्थन मूल्य पर निजी कारोबारी भारी
गेहूं के सरकारी समर्थन मूल्य पर निजी कारोबारी भारी

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रबी विपणन वर्ष 2020-21ृ के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद। हालांकि शासन द्वारा 30 जून तक खरीद का समय बढ़ा दिया गया है। लेकिन पूर्व में निर्धारित तिथि 15 जून, दिन सोमवार को 'दैनिक जागरण' टीम ने पड़ताल की। कई केंद्रों पर गेहूं की खरीद हो रही थी लेकिन कुछ पर इक्का-दुक्का ही किसान गेहूं की बिक्री करने पहुंचे थे। किसानों की मानें तो सरकारी खरीद का समर्थन मूल्य 1925 रुपये क्विटल है। जबकि प्राइवेट खरीदार घर पर ही 1900 रुपये प्रति क्विटल में गेहूं खरीद ले रहे हैं। ऐसे में हमें क्रय केंद्र पर ले जाने की क्या आवश्यकता है। जब घर बैठे ही हमारा गेहूं बिक जा रहा है। जबकि क्रय केंद्र लेने ले जाने में ट्रैक्टर का किराया एवं पल्लेदारी भी देनी पड़ती है। ऐसे में प्राइवेट खरीददारों को ही बेचने में हमारा फायदा है। इसलिए किसान क्रय केंद्र पर गेहूं नहीं ले जा रहे हैं। किसान सोच रहे हैं कि आने वाले दिनों में खुले बाजार में गेहूं का अच्छा रेट मिलेगा। जिससे वे उसे रोक रखे हैं।

जागरण टीम, आजमगढ़: किसानों की सुविधा के लिए जिले में विभिन्न खरीद एजेंसियों के कुल 70 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। 64,500 टन खरीद का लक्ष्य दिया गया था। इसके सापेक्ष 7203 किसानों से 30260.49 टन की ही खरीद हो सकी है। 25651.09 टन के सापेक्ष अब तक 84.77 फीसद ही गेहूं का भंडारण एफसीआइ में हो सका है। 104.78 लाख रुपये अभी किसानों को भुगतान बाकी है। 100 क्विटल या उससे अधिक तक गेहूं बिक्री के लिए विभाग खुद संबंधित किसानों के घर जाएंगे। कुछ केंद्र प्रभारियों ने लॉकडाउन का असर बताया तो कई ने गेहूुं की कम पैदावार का हवाला दिया। 13 जून तक के विभागीय आंकड़ों के अनुसार निर्धारित लक्ष्य 64,500 टन के सापेक्ष 30,260 टन की ही खरीद हो सकी है। यानी अब तक 46.92 फीसद ही खरीद हो सकी है। जबकि गत वर्ष अब तक 46250.05 टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी।

लालगंज में कई किसानों का रुका भुगतान

लालगंज: विपणन शाखा सोफीपुर पर सोमवार तक 8280 क्विटल गेहूं की खरीद हुई है। धरांग गांव निवासी विनय कुमार राय के गेहूं की खरीद हो रही थी। उन्हें 150 क्विटल गेहूं की बिक्री करनी थी। 80 क्विटल गेहूं की तौल हो चुकी है। विपणन शाखा निरीक्षक व क्रय केंद्र प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि 7680 क्विटल गेहूं एफसीआइ चकवल में जमा हो चुका है। संयुक्त खाता व कुछ बैंकों के खाता सपोर्ट न करने के कारण दो-चार किसानों का भुगतान नहीं हो सका। जो जल्द हो जाएगा।

सरायमीर में 30 जून का इंतजार

सरायमीर: विपणन शाखा सरायमीर में सोमवार तक कुल 4178 क्विटल गेहूं की खरीद हुई है। मार्केटिग इंस्पेक्टर शानुल्लाह ने बताया लगातार किसानों से संपर्क कर रहे हैं। प्रतिदिन किसान गेहूं लेकर आ रहे हैं। अभी 30 जून तक खरीद होनी है।

मेंहनगर में लक्ष्य से आधा खरीद

मेंहनगर: विपणन केंद्र मेंहनगर 12 हजार क्विटल के सापेक्ष मात्र छह हजार, 300 तीन क्विटल की खरीदारी हुई हैं। केंद्र प्रभारी अनूप कुमार वर्मा ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्था की गई है। किसानों से दूरभाष के अलावा घर पर संपर्क करने के बावजूद क्रय केंद्रों पर गेहूं नहीं ले आ रहे हैं।

मार्टीनगंज में दो किसानों का भुगतान बाकी

मार्टीनगंज: विपणन शाखा कौरागहनी पर अब तक 236 किसानों से 9500 क्विटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। दो किसानों का भुगतान अभी नहीं हो सका है। केंद्र प्रभारी

सुरेंद्र कुमार ने बताया कि 15000 क्विटल गेहूं खरीद करने का प्रयास किया जाएगा। आज दो किसानों से खरीद की गई है। राधे मोहन रंगडीह श्याम कन्हैया सिंह सुरहन का गेहूं खरीदा जा रहा था। वर्जन---

'' लॉकडाउन के कारण गेहूं की खरीद प्रभावित हुई है। लक्ष्य पूरा करने के लिए शासन ने 30 जून तक समय बढ़ा दिया है। 100 क्विटल या उससे अधिक गेहूं बेचने वाले किसानों के दरवाजे से खरीद की जा रही है। निर्धारित खरीद लक्ष्य का पूरा करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

--आरपी पटेल, डिप्टी आरएमओ, विपणन।


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