एक की दम घुटने तो दूसरे की चोट लगने से हुई थी मौत
आजमगढ़ : स्थानीय थाना क्षेत्र के मधसिया गांव में गुरुवार की शाम शौचालय के गड्ढे में दम घुटन
आजमगढ़ : स्थानीय थाना क्षेत्र के मधसिया गांव में गुरुवार की शाम शौचालय के गड्ढे में दम घुटने से हुई दो लोगों की मौत के बाद गांव में सियापा छाया हुआ है। इस सियापे को घर की महिलाओं व रिश्तेदारों की चीख तोड़ रही थी। शुक्रवार को डाक्टरों की टीम ने दोनों के शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें सीताराम की मौत दम घुटने से तथा रामचंद्र की मौत की पुष्टि चोट लगने की हुई। उसके सिर पर चोट के निशान थे। डाक्टरों का कहना है कि बचाने के प्रयास में नीचे उतरते समय हड़बड़ाहट में रामचंद्र गिर गया।
शुक्रवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद दोनों मृतकों का शव अपने-अपने गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। मृतक रामचंद्र चौहान का इकलौता पुत्र मुंबई से हवाई जहाज से दोपहर सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। अपने पिता को अश्रुपूरित नेत्रों से मुखाग्नि देकर चिता में आग लगाई। दूसरी तरफ निजामाबाद के परसिया गांव में राजमिस्त्री सीताराम का शव पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। मधसिया गांव निवासी रामचंद्र चौहान अपने पुत्र संतोष के साथ मुंबई में ही ठेकेदारी का कार्य करता है। सपरिवार मुंबई ही रहते हैं। उनकी एक बेटी है। उसकी शादी मई में तय थी, इसलिए परिवार के लोग मुंबई से घर आ गए थे। पांच मई को शादी सकुशल सम्पन्न हो गई। इसके बाद रामचंद्र चौहान घर पर तमाम कार्य को पूरा करवाने लगे। उनका बेटा शादी संपन्न होने के बाद मुंबई काम पर चला गया। उनके पास एक मकान था लेकिन दूसरा मकान बनवाने की ठान ली। नया मकान भी पूरा बन गया था। इसमें बस अब शौचालय का निर्माण चल रहा था। इनके रिश्तेदार सीताराम निजामाबाद के परसहां गांव के रहने वाले थे और काफी दिनों से यहीं रहकर पूरा कार्य करवा रहे थे। गुरुवार को भी शौचालय पर स्लैब डालने का कार्य चल रहा था। इस बीच कड़िया टूटने पर मिस्त्री सीताराम उसे ठीक करने शौचालय में उतर गया और प्रतिक्रिया न होने पर फिर रामचंद्र चौहान सीढ़ी लगाकर अंदर गया। इसके बाद जब रामचंद भी बाहर नहीं निकला तो पंकज भी अंदर जाकर देखा तो दोनों अचेत थे। उन्हें निकालने की कोशिश में वह बेहोश हो गया था।