नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे युवकों से नोकझोंक, पथराव
मुबारकपुर कस्बा में मंगलवार की शाम को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर युवकों ने जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल युवकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी
जागरण संवाददाता, अमिलो (आजमगढ़) : मुबारकपुर कस्बे में मंगलवार की शाम नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सैकड़ों युवकों ने जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को रोडवेज के पास जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो नोकझोंक के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठी भांजकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा।
अल्जामियतुल अशरफिया मुबारकपुर के छात्रों के साथ ही काफी संख्या में क्षेत्र के युवक मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जुलूस निकालकर प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर गए और सठियांव-मुबारकपुर मार्ग चक्का जाम कर दिया। खबर पाकर एसडीएम सदर प्रशांत नायक, एसपी सिटी पंकज पांडेय, एडीएम प्रशासन नरेन्द्र प्रताप सिंह, सीओ सदर मोहम्मद अकमल खां काफी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया तो वे पुलिस से नोकझोंक करते हुए पथराव करने लगे। मामला उग्र होते देख पुलिस ने लाठी भांजकर युवकों को खदेड़ दिया। अधिकारियों ने आक्रोशित युवकों को समझा-बुझाकर किसी तरह से शांत कराया। बाद में डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह व एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह भी मौके पर आ गए। डीएम व एसपी के आने के बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। आधा दर्जन प्रदर्शनकारी हिरासत में
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच कई जगह झड़प हुई। मुबारकपुर रोडवेज चौराहा, ओरिएंटल बैंक के पास, अली नगर चौराहा पर पत्थरबाजी हुई पर इसमें किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। इस संबंध में पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया। मुबारकपुर पुलिस छावनी में तब्दील
रेशमी नगरी मुबारकपुर देखते ही देखते पुलिस छावनी में मंगलवार को तब्दील हो गई। पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा भारी संख्या में पुलिस व केन्द्रीय रिजर्व बल के जवान नगर में पहुंचकर फ्लैग मार्च करते देखे गये। इस दौरान नगर की जो दुकानों खुली थीं वह भी आनन-फानन बंद हो गई थीं। विरोध व पथराव को देख जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान देर शाम तक कस्बे में जमे रहे। मौके पर कई थानों की पुलिस भी मौजूद रही।