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नन्हें उस्ताद अनादि अभिषेक रंगमंच की बने धड़कन

आजमगढ़: किसी भी कला को उम्र के दायरे में नहीं बांधा जा सकता है। कुछ को दूसरों से सीखने का अवसर मिलता है तो कुछ के अंदर गाड गिफ्टेड होती है और कुछ विरासत में मिलती है। ऐसा ही नौ वर्ष के उ‌र्म्र में अनादि अभिषेक पिछले चार वर्ष से रंगमंच से जुड़कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 07:46 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 10:40 PM (IST)
नन्हें उस्ताद अनादि अभिषेक रंगमंच की बने धड़कन
नन्हें उस्ताद अनादि अभिषेक रंगमंच की बने धड़कन

अनिल मिश्र, आजमगढ़

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किसी भी कला को उम्र के दायरे में नहीं बांधा जा सकता है। कुछ को दूसरों से सीखने का अवसर मिलता है, कुछ के अंदर भगवान प्रदत्त यानी गॉड गिफ्टेड तो कुछ को विरासत में मिलती है। पिछले चार वर्ष यानी नौ वर्ष के उम्र से अनादि अभिषेक रंगमंच से जुड़कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। नन्हीं-सी उम्र में दिल्ली में आयोजित ओलंपियाड थिएटर तक अपनी कला कला का लोहा मनवा चुके हैं। यूं कहें कि अनादि अभिषेक पैदाइशी रंगमंच कलाकार हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रंगमंच के क्षेत्र में पहचान बना चुके रंगकर्मी माता-पिता ममता पंडित व अभिषेक पंडित के पुत्र अनादि अभिषेक अब तक आधा दर्जन नाटकों में अपने अभिनय का प्रदर्शन कर चुके है। मार्च 2018 में दिल्ली में आयोजित ओलंपियाड थिएटर में शिवमूर्ति की कहानी 'कसाईबाड़ा' में शानदार प्रदर्शन से लोगों का ध्यान खींचा जो आज भी जारी है। अन्य बाल कलाकारों के लिए प्रेरणा

चार वर्ष की उम्र में ही रंगकर्मी माता-पिता के साथ रंगमंच से जुड़ने के बाद अनादि अभिषेक बच्चों के नाटक बिज्जुका, चीनू-मीनू-चिली, तम्बक-तम्बक-टू, कसाईबाड़ा, बटोही, पंचतंत्र की कहानी के अलावा समर कैंप में अपनी प्रतिभा से अन्य बाल कलाकारों को प्रेरित किया है। नन्हीं-सी उम्र में नाट्य समीक्षक भी

नन्हीं-सी उम्र में रंगकर्मी बने अनादि अभिषेक अच्छे नाट्य समीक्षक भी हैं। सूत्रधार संस्थान द्वारा जब भी नाटक का मंचन किया जाता है तो उसमें इनकी उपस्थिति न हो, ऐसा हो नहीं सकता। नाटक की अच्छाई व कमियों को बड़ी बारीकी से देखते हैं जिसके संबंध में रंगकर्मी अपने पिता अभिषेक पंडित के साथ चर्चा करते हैं। पढ़ाई में भी अव्वल

रंगमंच पर अपनी कला के माध्यम से लोगों का ध्यान आकृष्ट करने वाले अनादि अभिषेक अभिनय ही नहीं, पढ़ाई में भी अव्वल हैं। शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में सीबीएसई माध्यम से कक्षा तृतीय के छात्र हैं। स्कूल के अलावा घर में बिना होमवर्क किए कुछ दूसरा कार्य नहीं करते।

जाने-माने नाट्य समीक्षकों से मिल चुकी है सराहना

जाने-माने नाट्य समीक्षक भी बाल कलाकार अनादि अभिषेक की कला का बड़ी शिद्दत से सराहना कर चुके हैं। इनके कमेंट आए हैं कि यह बच्चा भविष्य में राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रंगमंच का बहुत बड़ा कलाकार होगा। सराहना करने वालों में भोपाल नाट्य विद्यालय के पूर्व डायरेक्टर संजय उपाध्याय, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व डायरेक्टर वामन केडे, नाट्य समीक्षक संगम पांडेय, जाने-माने अभिनेता गो¨वद नामदेव, भारतेंदु नाट्य अकादमी के डायरेक्टर रमेश गुप्ता जैसी नामचीन हस्तियां शामिल हैं।


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