न सफाई कर्मचारी न ही डस्टबिन, हर तरफ कूड़ा
एक तरफ सरकार स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत बनाने के लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार इसकी धज्जियां उड़ाने पर लगे हैं।
जासं, मार्टीनगंज (आजमगढ़) : एक तरफ सरकार स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत बनाने के लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार इसकी धज्जियां उड़ाने पर लगे हैं। मार्टीनगंज बाजार में साफ-सफाई न होने से चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है। दो किमी क्षेत्र के बाजार में एक भी सफाई कर्मी की नियुक्ति नहीं की गई है। बाजारवासी अपने-अपने दुकानों का कूड़ा बगल में लगा देते हैं। इसके चलते बाजार में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। बाजार मे कूडेदान की व्यवस्था न होने के कारण दुकानदार अपने दुकान व घर का कूड़ा सड़क पर डाल देते हैं। इससे लोगों को परेशानी होती है। यहां के तहसील प्रशासन ने कूड़ा रखने की कोई
समूचित व्यवस्था नहीं की है। इसके कारण रोड पर गंदगी का अंबार दिखाई देता है। बाजारवासी वासुदेव जयसवाल, चंद्रसेन यादव, लालजीत, मोदनवाल, माता प्रसाद गुप्ता, सुक्खू यादव, बबलू यादव, अनिल यादव, सूर्यनाथ यादव, सुनील यादव, राजन मोदनवाल, अंकित अस्थाना ने कहा कि सफाई कर्मियों की मांग की जा रही है लेकिन मांगे आज तक पूरी नहीं हुई। अधिकारियों की उदासीनता के चलते बाजार में गंभीर बीमारियों के फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।