मेजवां की मेड़ों पर नसीरुद्दीन, हरियाली देख प्रफुल्लित
आजमगढ़: प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह पत्नी रत्ना पाठक के साथ मंगलवार की सुबह लगभग 9.30 बजे मशहूर शायद व फिल्म गीतकार कैफी आजमी के पैतृक गांव मेजवां की यादें लिए मुंबई चले गए। उनकी बाबतपुर से अपराह्न 1.50 बजे फ्लाइट थी। सिने तारिका शबाना आजमी के भाई सिने फोटोग्राफर और पिता-पुत्री की जीवन पर आधारित फिल्म मी-रक्सम के निर्माता-निर्देशक बाबा आजमी के आमंत्रण पर नसीरुद्दीन शाह पत्नी सिने तारिका रत्ना पाठक के साथ आठ फरवरी को फतेह मंजिल पहुंचे थे।
आजमगढ़ : प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह पत्नी रत्ना पाठक के साथ मंगलवार की सुबह लगभग 9.30 बजे मशहूर शायर व फिल्म गीतकार कैफी आजमी के पैतृक गांव मेजवां की यादें लिए मुंबई चले गए। बाबतपुर एयरपोर्ट से अपराह्न 1.50 बजे उनकी फ्लाइट थी।
सिने तारिका शबाना आजमी के भाई सिने फोटोग्राफर और पिता-पुत्री की जीवन पर आधारित फिल्म 'मी-रक्सम' के निर्माता-निर्देशक बाबा आजमी के आमंत्रण पर नसीरुद्दीन शाह पत्नी सिने तारिका रत्ना पाठक के साथ आठ फरवरी को फतेह मंजिल पहुंचे थे। नौ से 11 फरवरी तक फिल्म की शू¨टग के दौरान अपनी अदाकारी को कैमरे में कैद कराया, लेकिन भाग-दौड़ की ¨जदगी में हमेशा रहने के कारण फुर्सत के क्षण निकाल ही लिए। सोमवार की शाम लगभग 5.30 बजे मेजवां वेलफेयर सोसायटी के डिप्टी मैनेजर सहित आधा दर्जन लोगों के साथ खेतों की तरफ चल पड़े। खेतों की मेड़ों पर चलते, कभी रुकते और साथ रहे लोगों से लहलहाती सरसों, मटर व गेहूं की फसल की तारीफ की। इस दौरान उन्होंने खेती के प्रबंधन में भी जानकारी ली। पूछा कि कहां से मजदूर आते हैं और किस तरह खेती-किसानी की जाती है। चर्चा के दौरान नौजवानों के साहित्य के प्रति लगाव के बारे में भी जानकारी ली। कहा कि कैफी साहब के बाद कोई जिले में ऐसा कोई लेखक जिले में है, जो उनकी परंपरा को आगे बढ़ा रहा हो। बहरहाल, लगभग एक घंटे भ्रमण के बाद फतेह मंजिल में रात्रि विश्राम किया और सुबह मुंबई रवाना। उनके साथ राजेश यादव, उदयभान यादव, मुकेश ¨सह, सुरेंद्र प्रजापति, किशन पांडेय थे।