संस्कृति व्यक्तित्व निर्माण व व्यवहार संचालन की बहुआयामी ढांचा
आजमगढ़ वर्तमान में युवा विद्यार्थियों में रचनात्मकता को बढावा देने को एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आर्ट अड्डा शीर्षक कार्यक्रम का आयोजन डीएवी पीजी कालेज में किया गया। हिदी विभाग के माध्यम से समूहन कला संस्थान की ओर से 23 से 25 जनवरी तक आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार की देर प्राचार्य सुचिता श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर किया। कहाकि छात्र-छात्राएं अपनी किसी भी प्रतिभा कहानी कविता पाठ कला गायन अभिनय या अपनी किसी भी विधा को अभिव्यक्त कर उसे निखार सकते है और देश दुनिया में अपना नाम रोशन कर सकते हैं।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : वर्तमान में युवा विद्यार्थियों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से 'आर्ट अड्डा' शीर्षक कार्यक्रम का आयोजन डीएवी पीजी कालेज में शनिवार को किया गया।
हिदी विभाग के माध्यम से समूहन कला संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार की देर शाम प्राचार्य शुचिता श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर किया। कहा कि छात्र-छात्राएं अपनी किसी भी कहानी, कविता पाठ, कला, गायन, अभिनय या अपनी किसी भी विधा को अभिव्यक्त कर उसे निखार सकते हैं। आवश्यकता बस लगन और साहस की है। मुख्य पर्यवेक्षक और समूहन कला संस्थान के निदेशक राजकुमार शाह ने कहा कि लंबे समय से विद्वानों ने वैचारिक मंथन से सुनिश्चित किया है कि 'संस्कृति' ही व्यक्तित्व निर्माण एवं व्यवहार संचालन का बहुआयामी ढांचा है। इसमें ज्ञानार्जन, व्यवहार रुपायन, अनुशासन के साथ सांस्कृतिक मूल्यों की सुरक्षा और आत्मीकरण समाहित है। शिक्षण संस्थानों में युवाओं की प्रतिभाओं के परिमार्जन को एक ऐसे मंच की आवश्यकता है, जिस पर वह अपनी प्रतिभा को अभिव्यक्त कर व्यक्तित्व का विकास कर सकें। आर्ट अड्डा के माध्यम से यह कार्य बखूबी हो रहा है। 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। हिदी विभाग की विभागाध्यक्ष डा. गीता सिंह ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला से युवाओं में उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित, परिमार्जित और अवसर उपलब्ध कराएंगे। संजीव पांडेय, डा. सौम्यसेन गुप्ता, रेनू तिवारी, इंदु विभव की उपस्थिति विशेष रही।