60 क्विंटल चना कालाबारी में विपणन निरीक्षक निलंबित
-शासन सख्त -खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने एसडीएम बूढ़नपुर की जांच आख्या पर की कार्रवाई -गेह
-शासन सख्त :::
-खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने एसडीएम बूढ़नपुर की जांच आख्या पर की कार्रवाई
-गेहूं व चावल के साथ चने की निकासी नहीं की गई थी
-संभागीय खाद्य नियंत्रक मेरठ को मिली प्रकरण की जांच जागरण संवाददाता, आजमगढ़: आयुक्त खाद्य एवं रसद मनीष चौहान ने सरकारी चना की कालाबाजारी में प्रथम ²ष्टया दोषी पाते हुए विपणन निरीक्षण बूढ़नपुर विनीत कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है। निलंबित विपणन निरीक्षक को कार्यालय संभागीय खाद्य नियंत्रक मेरठ से संबद्ध कर दिया गया है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए संभागीय खाद्य नियंत्रक मेरठ को जांच की कार्रवाई पूर्ण कर अविलंब आख्या मांगी गई है।
बूढ़नपुर तहसील के ग्राम सैरया रत्नावें गांव निवासी अभिषेक कुमार राय एवं पचरी निवासी धीरज मिश्र के शिकायती प्रार्थना पर एसडीएम बूढ़नपुर अरविद कुमार सिंह से जांच कराई थी। 120 बोरी में रखे कुल 60.33 क्विंटल चना प्रकरण की जांच एसडीएम ने क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक से संबंधित सात उचित दर विक्रेताओं के स्टाक का सत्यापन कराया। क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक की जांच आख्या में संबंधित सात उचित दर विक्रेताओं के स्टाक में आवंटित चना प्राप्त होना नहीं पाया गया। एसडीएम बूढ़नपुर द्वारा जांच के दौरान विपणन निरीक्षक से ठेकेदार के अनुबंध का अभिलेख मांगे जाने पर कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं कराया गया। जिससे यह स्पष्ट नहीं है कि किन परिस्थितियों में ट्रैक्टर ट्राली पर क्षमता से अधिक मात्रा में अनेक कोटेदारों का चना ले जाया जा रहा था। रिपोर्ट में जिन गांवों के कोटेदारों का उल्लेख है, वे गांव एक दूसरे से पर्याप्त दूरी पर स्थित हैं। विपणन शाखा अतरैठ बूढ़नपुर से ट्रैक्टर ट्राली पर चना ले जाया जा रहा था। लगभग एक किमी पर स्थित अतरैठ तिराहे के पास जो घटना हुई, वहां से थोड़ी दूरी पर सुनील व अनिल का घर व गोदाम स्थित है। परिस्थितियों से यह स्पष्ट होने पर कि चना कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था। प्रकरण में जांच से स्पष्ट हुआ कि केंद्र प्रभारी बूढ़नपुर विनीत कुमार सिंह विपणन निरीक्षक द्वारा गेहूं व चावल के साथ चने की निकासी नहीं की गई। जिससे इनकी शिथिलता व लापरवाही प्रदर्शित होती है।