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बरसाती सामानों के सजे बाजार, ग्राहकों का इंतजार

ता आजमगढ़ बारिश शुरू होने के साथ बरसाती सामानों की जरूरत बढ़ गई है दुकानें भी सज गई हैं लेकिन ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। बारिश के दौरान तो दुकानों पर ग्राहकों का टोटा नजर आ रहा है। यह हाल है शहर के हृदय स्थल मुख्य चौक का जहां सुबह से रात तक भीड़ होती रही है। दुकानदारों का कहना है कि यह स्थिति बारिश के कारण कम बल्कि सप्ताह में तीन दिन दुकान खोलने के फरमान के कारण उत्पन्न हो रही है। सभी ग्राहकों के पास दुकानदारों का मोबाइल नंबर नहीं होता इसलिए वह आसपास की दुकानों पर ही विकल्प खोज रहे हैं। जिस सीजन में सामान देने की फुर्सत नहीं होती थी उस सीजन में भी सुबह से शाम तक ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। रहा सवाल बाजार में रेंज का तो दुका

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 06:07 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 06:07 PM (IST)
बरसाती सामानों के सजे बाजार, ग्राहकों का इंतजार

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बारिश शुरू होने के साथ बरसाती सामानों की जरूरत बढ़ गई है, दुकानें भी सज गई हैं लेकिन ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। बारिश के दौरान तो दुकानों पर ग्राहकों का टोटा नजर आ रहा है। यह हाल है शहर के हृदय स्थल मुख्य चौक का जहां सुबह से रात तक भीड़ होती रही है। दुकानदारों का कहना है कि यह स्थिति बारिश के कारण कम, बल्कि सप्ताह में तीन दिन दुकान खोलने के फरमान के कारण उत्पन्न हो रही है। सभी ग्राहकों के पास दुकानदारों का मोबाइल नंबर नहीं होता, इसलिए वह आसपास की दुकानों पर ही विकल्प खोज रहे हैं।

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जिस सीजन में सामान देने की फुर्सत नहीं होती थी उस सीजन में भी सुबह से शाम तक ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। रहा सवाल बाजार में रेंज का तो दुकानदारों ने अपनी तैयारी इस उम्मीद में कर ली कि बारिश तक सारी बंदिशें समाप्त हो जाएंगी। बोले दुकानदार, छूट बढ़ाए सरकार

आजमगढ़ : बरसाती सामानों का कारोबार करने वाले दुकानदारों ने एक स्वर से कहा कि दुकान खोलने का समय भले ही कम कर दिया जाए लेकिन दिन की बंदिशों को खत्म कर दिया जाए, ताकि हर दिन ग्राहकों की बाजार में आमद हो सके। पालीथिन का कारोबार करने वाले शोएब अहमद ने बताया कि 20 से 70 रुपये मीटर तक का पालीथिन उपलब्ध है लेकिन अभी तक पहले की तरह मांग नहीं बढ़ी है। फुटवियर व्यापारी इसराफिल अंसारी ने कहा कि सौ रुपये से लेकर साढ़े चार सौ तक का बरसाती जूता-चप्पल मंगाया लेकिन खरीदारों का पता नहीं चल रहा है। छाता का कारोबार करने वाले हिमांशु गुप्ता ने बताया कि हमेशा की तरह से 120 से लेकर 350 रुपये तक का छाता मंगा लिया लेकिन लगता है कि अबकी माल फंस जाएगा। रेन कोट कारोबारी सुमित साहू ने बताया कि तीन सौ से लेकर एक हजार तक का रेन कोट उपलब्ध है लेकिन पहले की तरह से मांग नहीं हो रही है।


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