छह माह में कुपोषण मुक्त होंगे 82 गोद लिए गांव
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : विकास भवन के सभागार में गुरुवार को प्रदेश सरकार की महत्वाकां
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : विकास भवन के सभागार में गुरुवार को प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी शबरी संकल्प योजना के संबंध में बैठक हुई। साथ ही योजना की माध्यम से तीन वर्ष तक के बच्चों के कुपोषण में दिसंबर 2018 तक दो फीसद की कमी लाए जाने पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान बच्चों को कुपोषण से बचाव के लिए उनके खान-पान और पोषाहार के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन कुमार यादव ने बताया कि सरकार की इस योजना को प्रदेश के 39 जनपदों में लागू किया जा रहा है जिसमें आजमगढ़ जिला भी है। बताया कि इस योजना के तहत समस्त विभागों को एक मंच पर आकर लाभार्थियों व कुपोषित बच्चों के माता-पिता को बाल विकास,स्वास्थ्य विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायती राज व खाद्य एवं रसद विभाग की योजनाओं से शत-प्रतिशत लाभान्वित किया जाना है। बताया कि जिला स्तर पर स्वास्थ्य व बाल विकास विभाग से दो-दो अधिकारी, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायती राज व खाद्य एवं रसद विभाग से जिला स्तरीय अधिकारी लखनऊ से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। वे अब जिले में प्रशिक्षण दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा जिले में गोद लिए 82 राजस्व ग्रामों को छह माह में कुपोषण मुक्त कराना है। वीएचएनडी के सु²ढ़ीकरण के लिए स्थापित मेगा काल सेंटर को सृ²ढ़ बनाना है। बताया कि प्रशिक्षण के बाद ब्लाक स्तरीय अधिकारी अपने ब्लाक पर प्रधान, एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वाईके राय ने बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, खाद्य निरीक्षक व एक मुख्य सेविका शामिल रहीं।