बैंकों में ताला, 50 करोड़ की क्लीय¨रग ठप
आजमगढ़ : केंद्रीय श्रम संगठनों, औद्योगिक फेडरेशन तथा कर्मचारी संगठनों व यूनाइटेड फोरम आफ आरआरबी यूनियंस के आह्वान पर मंगलवार को जनपद के बैंक कर्मी हड़ताल पर रहे। इसकी वजह से 50 करोड़ का लेन-देन जहां प्रभावित रहा वहीं उपभोक्ताओं को कैश के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। बैंक कर्मियों ने जुलुस निकाल कर जगह-जगह प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। इस क्रम में बुधवार को भी सभी बैंक हड़ताल पर रहेंगे।
आजमगढ़ : केंद्रीय श्रम संगठनों, औद्योगिक फेडरेशन तथा कर्मचारी संगठनों व यूनाइटेड फोरम ऑफ आरआरबी यूनियन के आह्वान पर मंगलवार को जनपद के बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। इसकी वजह से 50 करोड़ का लेनदेन जहां प्रभावित रहा, वहीं उपभोक्ताओं को नकद के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। बैंककर्मियों ने जुलूस निकाल कर जगह-जगह प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। इस क्रम में बुधवार को भी सभी बैंक हड़ताल पर रहेंगे।
काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक के कर्मचारी व अधिकारी यूनाइटेड फोरम ऑफ आरआरबी यूनियन के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। इसके चलते जनपद के कुल 89 शाखाओं पर कार्य पूरी तरह से ठप होने के कारण लगभग 50 करोड़ का लेन-देन प्रभावित रहा। हड़ताली कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने बैंक के चौक स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर नारेबाजी व प्रदर्शन कर गेट मी¨टग की।
यूपी ग्रामीण बैंक अधिकारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्र तिवारी कुंदन ने भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की खिलाफत करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 31 मार्च 2018 तक के एरियर का भुगतान नहीं किया जा रहा है। एक अप्रैल 2010 एवं उसके पश्चात के योगदान देने वाले कार्मिकों को उक्त पेंशन योजना में शामिल नहीं किया गया है। बैंक में वर्षों से कार्यरत अस्थाई व अंशकालिक मजदूरों का नियमितीकरण नहीं हो रहा है। इन सबके चलते ग्रामीण बैंक कर्मी आंदोलनरत हैं। इस अवसर पर महामंत्री शशिकांत श्रीवास्तव, प्रवीण ¨सह, अमीर अहमद, एलके ¨सह, अनुज श्रीवास्तव, बदरे आलम, अनिल ¨सह, हरेंद्र अस्थाना, सुभाष श्रीवास्तव, शशि ¨सह, आशीष तिवारी, एसएस ¨सह, आशुतोष ¨सह, पवन ¨सह, सूरज झा, आरडी ¨सह, संजीव पाल, जितेंद्र नायक आदि उपस्थित थे।
लीड बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 116, अन्य राष्ट्रीयकृत बैंक की 150 अन्य शाखाओं को मिलाकर कुल 350 शाखाओं में ताले लटके रहे। इस अवसर पर आमिर आलम, विष्णु गुप्ता, दुर्गाशंकर प्रसाद, योगेंद्र यादव, गिरीश, कमलेश, धीरज चौधरी, सौरभ गुप्ता, रिजवान अहमद आदि ने कहा कि वर्षो से दबे-कुचले के लिए बने कानूनों को यह सरकार बदलने की फिराक में हैं। इसे गरीबों की रोटी नहीं भा रही है। इसके अलावा अन्य यूनियनों ने भी हड़ताल में हिस्सा लिया।