हक से समझौता नहीं करेंगे लेखपाल
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ कार्य बहिष्कार कर पिछले कई दिनों से
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ कार्य बहिष्कार कर पिछले कई दिनों से धरने पर बैठा है। सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित रिक्शा स्टैंड पर लेखपालों ने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना जारी रखा। इस दौरान जिलाध्यक्ष हरिद्वार ¨सह पालीवाल ने कहा कि आजमगढ़ में भी लेखपालों का निलंबन व सदस्यों को नोटिस दिया जा रहा है। इन कार्रवाइयों को देखकर लेखपालों का हौसला और बढ़ गया है। मांगें पूरी होने तक यह धरना जारी रहेगा।
श्री पालीवाल ने भाजपा जनप्रतिनिधियों व संगठन के पदाधिकारियों से मांग की कि वे सरकार को पत्र लिखकर मांगों को पूरा कराने का प्रयास करें। क्योंकि सरकार की हठधर्मिता के कारण छात्रों, किसानों का काफी नुकसान हो रहा है। पंकज अस्थाना ने कहा कि वेतन उच्चीकरण, वेतन विसंगति, पेंशन विसंगति, भत्तों में वृद्धि, राजस्व उपनिरीक्षक सेवा नियमावली 2017 को कैबिनेट से खारिज कराने, लैपटॉप व स्मार्ट फोन दिलाने, पदोन्नति व आधारभूत सुविधाओं को पूरा करने की मांग की गई है। रामबुझ यादव ने कहा कि लेखपालों को निलंबित व बर्खास्त कर हमारे जायज आंदोलन को असफल बनाने की कोशिश हो रही है। लेखपाल संवर्ग फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार है लेकिन अपने हक व हुकूक से कतई समझौता नहीं करेगा। इस अवसर पर उमेश नरायण मौर्य, राज ¨सह, सुनील कुमार, कुलदीप यादव, साधना, मीना ¨सह, शिवानी ¨सह, सरोज दुबे, कविता दुबे, स्नेहलता तिवारी, सुनीता रानी, पूनम चौहान, रीना कुमारी, प्रतिभा यादव, सीता, रूपाली श्रीवास्तव, मोनिका, श्रद्धा, रश्मि, ममता, शाहिना खान, इरम परवीन, आशा, जयप्रदा, चित्रा, सत्येंद्र मिश्र व कृष्ण कुमार ¨सह सहित आदि लोग उपस्थित थे।